Afghanistan: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से फोन पर बातचीत की, जो दोनों देशों के बीच पहली उच्चस्तरीय राजनयिक संपर्क है। इस संवाद में जयशंकर ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए मुत्तकी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कदम भारत और अफगानिस्तान के बीच विश्वास को मजबूत करने में सहायक होगा। जयशंकर ने यह भी स्वागत किया कि मुत्तकी ने हाल ही में भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के प्रयासों को दृढ़ता से नकारा। उन्होंने दोनों देशों के बीच पारंपरिक मित्रता और विकासात्मक सहयोग को रेखांकित किया और सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
यह बातचीत भारत और तालिबान शासन के बीच राजनयिक संबंधों की शुरुआत को दर्शाती है। हालांकि भारत ने अभी तक तालिबान शासन को आधिकारिक रूप से मान्यता नहीं दी है, लेकिन यह संवाद द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जयशंकर और मुत्तकी के बीच यह संवाद दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए मैं उनकी सराहना करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘झूठी और निराधार खबरों के माध्यम से भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हाल के प्रयासों को लेकर उनकी दृढ़ अस्वीकृति का स्वागत किया।’’ एस. जयशंकर ने कहा, ‘‘अफगान लोगों के साथ हमारी पारंपरिक मित्रता और उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए निरंतर समर्थन को रेखांकित किया गया। सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों और उपायों पर चर्चा की।’’
Good conversation with Acting Afghan Foreign Minister Mawlawi Amir Khan Muttaqi this evening.
Deeply appreciate his condemnation of the Pahalgam terrorist attack.
Welcomed his firm rejection of recent attempts to create distrust between India and Afghanistan through false and…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 15, 2025
इससे पहले, जनवरी 2025 में, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दुबई में मुत्तकी से मुलाकात की थी, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार, वीजा सुविधा, और चाबहार बंदरगाह के माध्यम से सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई थी। मुत्तकी ने भारत को एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और आर्थिक साझेदार मानते हुए संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की थी। यह हालिया संवाद भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।