भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मंगलयान मार्स ऑर्बिटर मिशनद्ध में लगे मार्स कलर कैमरा (एमसीसी) ने मंगल के सबसे बड़े चंद्रमा (फोबोस) की तस्वीर ली है।
आपको बता दें कि यह तस्वीर एक जुलाई को ली गयी जब मंगलयान मंगल से करीब 7,200 किमी और फोबोस से करीब 4,200 किमी दूर था। इसरो ने तस्वीर के साथ एक अपडेट में कहाए 6 एमसीसी फ्रेम से ली गई यह एक समग्र तस्वीर है और यह स्पष्ट है।
Mars Colour Camera (MCC) onboard Mars Orbiter Mission (MOM) has imaged Phobos, the closest and biggest moon of Mars, on 1st July when MOM was about 7200 km from Mars and at 4200 km from Phobos: Indian Space Research Organisation (ISRO) pic.twitter.com/4iGo7UjOpU
— ANI (@ANI) July 4, 2020
इसरो के मुताबिक इस तस्वीर में अतीत में फोबोस से आकाशीय पिंडों के टकराने से बने विशाल गड्ढे भी क्रेटर दिख रहे हैं। ये हैं स्लोवास्कीए रोश और ग्रिलड्रिग। इसरो के इस मिशन का उद्देश्य शुरू में छह महीने के लिए ही था लेकिन बाद में उसने कहा कि इसके कई वर्षों तक सेवा देने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में ईंधन है।
भारत ने 24 सितंबर 2014 को मार्स ऑर्बिटर मिशन ;एमओएमद्ध को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लाल ग्रह ;मंगलद्ध की कक्षा में स्थापित कर दिया था। यह उपलब्धि प्रथम प्रयास में ही हासिल कर ली गई और इस तरह देश वहां पहुंचने वाले एक एलिट समूह में शामिल हो गया।
इसरो ने पांच नवंबर 2013 को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से पीएसएलवी रॉकेट के जरिये इसका प्रक्षेपण किया था। इस मिशन में आई लागत 450 करोड़ रुपये है। मिशन का उद्देश्य मंगल की सतह और वहां खनिजों की संरचना का अध्ययन करना है। इसका उद्देश्य वहां के वायुमंडल में मिथेन की पड़ताल करना भी है। मिथेन मंगल पर जीवन का संकेतक है।