तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली अपने दूसरे रात्रि प्रवास के लिए भनकुन पहुंच गई है। आज बुधवार को बाबा तुंगनाथ अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल मर्कटेश्वर मंदिर ऊखीमठ में छह माह की शीतकालीन पूजा-अर्चना के लिए विराजमान हो जाएंगे। मंगलवार सुबह भूतनाथ मंदिर में चोपता में पुजारियों ने तुंगनाथ की आरती उतारी। इसके बाद भगवान की चल उत्सव डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ के लिए प्रस्थान किया। डोली अपराह्न तीन बजे भनकुन पहुंची। मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी ने बताया कि चंद्रग्रहण का सूतक होने के कारण चल उत्सव विग्रह डोली समय से पहले रवाना की गई। भनकुन में सायंकालीन पूजा भी नहीं हुई। बुधवार को शुद्घिकरण व यज्ञ के उपरांत तृतीय केदार की पूजा-अर्चना की जाएगी और दोपहर बाद डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान हो जाएगी।