Union Budget: केंद्रीय बजट एक फरवरी को आने वाला है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में मंडी इलाके के हैंडलूम उद्योग को बजट से मदद की आस है। बुनकर, भेड़ चरवाहे और स्थानीय कारीगर चाहते हैं कि युवाओं को आईटीआई और स्कूलों में पढ़ाई के जरिये हैंडलूम का प्रशिक्षण दिया जाए।
जानकारों का कहना है कि इस पारंपरिक कला को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना जरूरी है, क्योंकि पारंपरिक हथकरघा उद्योग मंदी का सामना कर रहा है। भेड़ चरवाहों को व्यापार के बेहतर मौकों की उम्मीद है, जबकि बुनकरों को अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार से मदद की दरकार है।
सामाजिक कार्यकर्ता ग्रामीण सहकारी समितियों को वित्तीय मदद देने की पैरोकारी कर रहे हैं, ताकि हिमाचल प्रदेश के हैंडलूम उत्पादों का प्रचार देश के दूसरे हिस्सों और दुनिया भर में हो। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करेंगी।
हैंडलूम उद्योग से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि बजट में उनकी बेहतरी के प्रावधान होंगे। इस उद्योग में रोजगार के नए मौके पैदा होंगे, इलाके का आर्थिक विकास होगा और पारंपरिक उद्योग का दुनिया भर में प्रचार होगा।