Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के कई इलाकों में भारी बारिश ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को थाम दिया, नदियां उफान पर हैं। ऐसे में जगह-जगह पानी ही पानी दिख रहा है।
नागचला के लोगों का कहना है कि उन्हें हर बार मानसून सीजन में अपने पशुओं के लिए चारे की कमी से जूझना पड़ता है। वे प्रशासन से स्थायी समाधान खोजने की गुजारिश कर रहे हैं।
वहीं बल्ह घाटी के दादौर क्षेत्र में रहने वालों का आरोप है कि नए बने हाईवे में बेहतर जल निकासी के इंतजाम नहीं किए गए हैं जिससे गंभीर जलभराव के हालात बन गए हैं।
मंडी में मानसून का कहर जारी है, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक राज्य में बंद 266 सड़कों में से 155 सिर्फ मंडी ज़िले में हैं, मंडी में भारी से बहुत भारी बारिश के अनुमान की वजह से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मंडी निवासी लता ठाकुर ने बताया कि “बहुत नुकसान होता है यहां, हमें पशु टाइम पे निकालने पड़ते हैं, यहां कोई प्रबंध नहीं है। पहले जब ये फोर लेन नहीं था तो परेशानी इतनी ज्यादा नहीं थी। पानी निकल जाता था, एक-दो जगह रहता था लेकिन जब से इन्होंने फोर लेन बनाया, फोर लेन का निर्माण तो कर दिया लेकिन नालियों का निर्माण नहीं होने दिया। जब हमने इसका ऑब्जक्शन भी किया, स्थानीय जनता ने आवाज भी उठाई, लेकिन उन्होंने हर बार इसको दबाया और इन्होंने नालियां ऐसी बना दीं, छोटी-छोटी नालियां बना दीं, उसके अंदर कुछ भी पानी नहीं जा रहा है।”