Pahalgam attack: पहलगाम में आतंकियों का शिकार बने भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी जब तिरंगे में लिपटे अपने पति को अंतिम विदाई दे रही थीं, तब हर किसी की आंखें नम हो गई थीं। विनय और हिमांशी की शादी इसी महीने की 16 तारीख को हुई थी यानी महज एक हफ्ते पहले, शादी के बाद वे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घूमने गए थे, जहां आतंकियों ने हिमांशी के सामने ही विनय को मार डाला।
विनय नरवाल के पार्थिव शरीर को कश्मीर से दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट लाया गया, यहां पर श्रद्धांजलि देने के बाद पार्थिव शरीर को उनके गृहनगर हरियाणा के करनाल ले जाया गया। विनय की हत्या से गुस्साए उनके घरवालों ने आतंकियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। हवा सिंह, दादा “शादी 16 अप्रैल को हुई और रिसेप्शन 19 अप्रैल को हुआ, खूब जश्न मनाया गया और तीन दिन बाद मातम है।
विनय नरवाल 2022 में नौसेना में भर्ती हुए थे। पिछले डेढ़ साल से वे कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान में तैनात थे, विनय की मौत की खबर सुनते ही उनके पड़ोसी भी काफी गमगीन हो गए। पड़ोसियों का कहना है कि “कुछ दिन पहले ही शादी हुई है, 10 दिन तक समारोह चलते रहे, बहुत ही प्यारा बेटा है, इतना प्यारा… मेरे बच्चों के साथ ही पढ़ा है।”
विनय का पार्थिव शरीर जैसे ही करनाल पहुंचा, हजारों की संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए और विनय नरवाल को श्रद्धांजलि दी, उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि “कल एक बड़ा दुर्घटना हुई है और जिस प्रकार से हमारे सैलानियों पर ये कायरतापूर्ण ये हमला किया वो दुर्भाग्यपूर्ण है और उसमें काफी जान की हानि हुई है। उन सब दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया है और परिवार को जो दुख हुआ है, हमारी सरकार पूर्ण रूप से परिवार के साथ है और जिन लोगों ने इस कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
विनय को पूरे सम्मान के साथ विदाई दी गई, इस मौके पर ऐसा लगा मानो पूरा करनाल उन्हें विदाई दे रहा था। हर ओर से भारत माता की जय और विनय नरवाल अमर रहें, की आवाजें सुनाई दे रही थीं।