Haryana Floods: हरियाणा में यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज इलाके में यमुना नदी उफान पर है। इससे नदी के किनारे करीब एक दर्जन गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए बैराज के गेट खोलने पड़ रहे हैं। इससे कई जगहों पर मिट्टी का कटाव भी हो रहा है।
सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आर. एस. मित्तल ने बताया कि “यमुनानगर में कुछ ऐसे जगह हैं, जिससे पानी ने कटाव किया, क्योंकि यहां पर सारा का सारा, जैसा आपको पता है, सैंड है। तो पानी उसको काटता चलता है। इसमें तीन साइट्स ऐसी हैं, जिसमें हमारे यहां कटाव हुआ है और हमने डीसी साहब के और हमारे माननीय मंत्री जी के आदेश हैं अभी, लोगों को रिलीफ देने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए। तो हमने उसमें सब टेम्परोरी प्रोटेक्शन वर्क स्टार्ट किया हुआ है।”
“बैराज में दोनों तरफ गाइडेंस बने हुए हैं। जब ये बना था, उसी समय उसमें कंक्रीट से प्रोटेक्शन की गई थी। अबकी बार जब चला है फ्लड का पानी, तो उसमें 10-पांच ब्लॉक्स नीचे स्लाइड हुए हैं। पर वो ब्लॉक्स वहीं पड़े हैं। उससे किसी तरह का बैराज को कुछ भी इशू नहीं है।”
पानी की तेज धार से बैराज की एक दीवार को भी नुकसान पहुंचा, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि दीवार को नुकसान से बैराज पर कोई असर नहीं पड़ा है।
अधिकारियों ने मिट्टी का कटाव रोकने के लिए नदी के किनारे रेत की बोरियां लगाई हैं। हथिनीकुंड बैराज से 80 घंटे में सवा तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों समेत यमुना नदी के किनारे कई निचली जगहों पर बाढ़ आ गई है।