Haryana: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भारी बारिश हुई, इससे हरियाणा के गुरुग्राम के कई इलाकों में जिंदगी थम गई। कई इलाके पानी में डूब गए, जिससे यातायात जाम हो गया और लोग घंटों फंसे रहे।
लोगों का कहना है कि ये पहला मौका नहीं है जब गुरुग्राम पर बारिश का असर देखने को मिला, उनके मुताबिक बार-बार इसी तरह बनने वाले हालात शहरी बुनियादी ढांचे की नाकामी को दिखाते हैं। सड़कों पर जगह-जगह पानी भरने से न सिर्फ उन्हें असुविधा होती है बल्कि उनके वाहन भी बार-बार खराब जाते हैं। उनके मुताबिक वाहनों की मरम्मत के लिए उन्हें या तो अपनी जेब से पैसा खर्च करना पड़ता है या फिर इंश्योरेंस क्लेम का सहारा लेना पड़ता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से भारी से बहुत भारी बारिश के अनुमान को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने स्कूलों और कार्यालयों को मंगलवार को ऑनलाइन मोड पर काम करने का निर्देश दिया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “गाड़ी को नुकसान हो रहा है, गाड़ी चल नहीं पा रही है। गाड़ी खराब हो रही है, मैट पूरी भीग गई है अभी धुलवाने जा रहा हूं, चार हजार रुपया का खर्चा है। लोगों को ऑफिस में सोना पड़ रहा है, 10-10 घंटे जाम में फंसे पड़े हैं।ऑफिस में सो रहे हैं लोग जा नहीं पा रहे हैं घर, कुछ लोग सुबह घर पहुंचे हैं। मेरे रूम वाला कल साढ़े 12 बजे पहुंचा है, पांच बजे निकलकर, ये दो हजार करोड़ रुपये लगाए थे गुड़गांव में वो कहां गए।”
लोगों ने बताया कि “बहुत ही ज्यादा बुरा हाल है यहां, ये गुड़गांव नहीं जलगांव है। यहां पब्लिक को इतनी ज्यादा दिक्कत होती है, हल्की सी टिप-टिप भी हो जाए फिर भी बहुत बुरे हाल हो जाते हैं। यहां गुड़गांव में बहुत बुरा हाल है।”
“थोड़ी सी बारिश आती है, चलो ये तो शुक्र है कि गड्ढों में से बारिश निकल जाती है, अगर ये छोटी छोटी गाड़ियों वालों इनको किसी का इंजन सीज हो रहा है। इनको इंश्योरेंस क्लेम करना पड़ा रहा है। क्यों करना पड़ रहा है हमको? हमें ऊंची गाड़ियां क्यों लेनी पड़ रही है बताओ जरा, कोई है जवाब गुड़गांव म्युनिसिपल कॉर्पेरेशन के पास, पैसा दे दो इनको, हाउस टैक्स पर हमारे पैनल्टी आएगी, इन गड्ढों की पैनल्टी कौन भरेगा।”