Manoj Kumar: बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार मनोज कुमार अब हमारे बीच में नहीं हैं। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। 1967 में आई उनकी फिल्म ‘उपकार’ आज तक सबको याद है। महेंद्र सिंह बताते हैं कि फिल्म उपकार की शूटिंग उनके दादा चौधरी झूमन सिंह के खेतों में हुई थी। इस फिल्म का मशहूर गाना ‘मेरे देश की धरती सोना उगले’ आज भी लोगों की जुबां पर आ जाता है। इस गाने के और फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग उत्तर-पश्चिम दिल्ली में स्थित नांगल ठाकरान गांव में की गई थी।
महेंद्र सिंह और गांव के दूसरे लोग बताते हैं कि यह संयोग ही था कि मनोज कुमार ने फिल्म उपकार की थोड़ी शूटिंग उनके खेतों में की थी। मनोज कुमार को महेंद्र सिंह के दादा ने अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए ये घर भी ऑफर किया था। महेंद्र सिंह उस दौर में बहुत छोटे थे हालांकि उन्हें इस घर में शूट किए गए कुछ सीन अच्छी तरह याद हैं। उपकार फिल्म में प्रेम चोपड़ा और कामिनी कौशल भी थीं। गांव वालों को याद है कि जैसे ही फिल्म की शूटिंग की खबर आस-पास के इलाकों में फैली, बड़ी संख्या में लोग शूटिंग देखने के लिए आ गए। इनमें ज्यादातर कॉलेज के छात्र थे जिसकी वजह से थोड़ा हंगामा हुआ और शूटिंग बीच में रोकनी पड़ गई।
उपकार रिलीज होने के बाद चौधरी झूमन सिंह के परिवार के सदस्यों और दूसरे ग्रामीणों को याद है कि उन्हें फिल्म देखने के लिए टिकट मिले थे। फिल्म के हिट होने के बाद गांव के कुछ लोग मनोज कुमार से मिलने मायानगरी मुंबई भी गए थे। फिल्म उपकार की कहानी मनोज कुमार ने ही लिखी थी और उन्होंने ही इसका निर्देशन भी किया था। फिल्म की कहानी दो भाइयों की थी जिनकी भूमिका मनोज कुमार और प्रेम चोपड़ा ने निभाई थी। फिल्म में दोनों भाई अलग-अलग रास्ते पर चलने का फैसला करते हैं।
मनोज कुमार ने भारत को रोल निभाया था जो पढ़ा लिखा होकर भी गांव में रहकर खेतों में काम करना पसंद करता है। जबकि पूरन को रोल प्रेम चोपड़ा ने निभाया था जो उस शहर में वापस जाना चाहता है जहां से उसने पढ़ाई की थी। नांगल ठाकरान के ग्रामीणों और खास तौर पर झूमन सिंह के परिवार के लिए, यह फिल्म भावनात्मक रूप से उन्हें मनोज कुमार से जोड़ती है। मनोज कुमार के निधन से ये पूरा गांव सदमे में है और भीगी आंखों से उन्हें याद कर रहा है।
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