New Delhi: दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने मुस्तफाबाद इलाके में बहुमंजिला इमारत ढहने वाली जगह का दौरा किया, कपिल मिश्रा ने कहा कि “यह दिल दहला देने वाली घटना है, पूरी इमारत सुबह तीन बजे ढह गई। अब तक चार शव बरामद किए गए हैं, जबकि 15 लोगों को बचाया गया है। मलबे में अभी भी दस लोगों के फंसे होने की आशंका है।”
उन्होंने कहा, “सीएम स्थिति पर नजर रख रहीं हैं। ये एक अवैध निर्माण था, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।” अधिकारियों ने बताया कि शनिवार की सुबह उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शक्ति विहार इलाके में एक बहुमंजिला आवासीय इमारत ढह गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग मलबे में दब गए।
दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में इमारत ढहने वाली जगह पर एजेंसियों ने करीब 11 लोगों को बचाया है। एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (उत्तर पूर्व) संदीप लामा ने बताया कि मलबे में करीब आठ से 10 लोगों के दबे होने की आशंका है।
दिल्ली मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि “सबसे पहले तो बहुत ही ये दुर्घटना पीड़ादायक है। मुख्यमंत्री महोदय स्वयं इसका निरीक्षण कर रहीं हैं, उन्होंने मुझे यहां पर भेजा है। आदरणीय विश्वजीत जी सुबह से ही यहां पर हैं। एनडीआरएफ, पुलिस सबकी टीम यहां लगी है। डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन लगा हुआ है। चार शव निकाले जा चुके हैं, 15 लोगों को बचाया जा चुका है और 10 लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं, ऐसी आशंका है। पर ये केवल एक दुर्घटना नहीं है। ये आपराधिक लापरवाही है, कुछ अधिकारी इसके जिम्मेदार हैं।
बिल्डर माफिया जिम्मेदार हैं और खासतौर पर मुस्तफाबाद में सीलमपुर में सीमापुरी में जाफराबाद में, पुरानी दिल्ली में जामिया मिलिया में, ऐसी अवैध इमारतें बड़ी संख्या में बनाई गई हैं। कमीश्नर साहब को हमने कहा है कि आप तुरंत इसका ऑडिट करें, चेक करें ऐसी बिल्डिंगों को खाली खराए, इस इलाके में भी सर्वे करें, जो भी ऐसी खतरनाक इमारतें हैं, उनको खाली कराना चाहिए और मैं ये कह सकता हूं निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री महोदय की तरफ से की एक भी जिम्मेदार अधिकारी को छोड़ा नहीं जाएगा। बिल्डिर और अधिकारी से पैसा वसूल के पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा।”