New Delhi: किसी को पहचान देना उसपर कृपा करना नहीं, उस शख्स का मौलिक अधिकार है, चाहे उसका लिंग कुछ भी हो। ट्रांसजेंडर समुदाय की पहचान को मान्यता देने का संघर्ष अर्से से चल रहा है। दिल्ली में एक आयोजन ने इस दिशा में उम्मीद की किरण जगाई है।
नारायणा इलाके में शनिवार को ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक दिन का पहचान पत्र कैंप लगा। इसका आयोजन एलायंस इंडिया और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल डिफेंस ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के साथ मिल कर किया था। कैंप का मकसद ट्रांसजेंडर समुदाय को आधिकारिक मान्यता दिलाने में मदद करना था।
कैंप के प्रति भारी दिलचस्पी थी। कई लोग ट्रांसजेंडर कार्ड पाने के लिए बेताब थे, ताकि उनकी पहचान को मान्यता मिले और ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के तहत उनके हक सुनिश्चित हों।
अब तक ट्रांसजेंडर समुदाय को मान्यता के कागजात हासिल करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती थी। अब ट्रांसजेंडर कार्ड मिलने की प्रक्रिया सरल होने पर वे काफी खुश थे। उनके चेहरों पर राहत साफ तौर पर झलक रही थी।
पहचान पत्र के लिए रजिस्ट्रेशन करने में मदद के अलावा कैंप में मुफ्त कानूनी सुविधा की भी पेशकश की गई। इससे समुदाय को कानूनी अड़चनें दूर करना आसान होगा। ये पहल ट्रांसजेंडर समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में अहम शुरुआत है। उम्मीद है कि आगे चलकर ये पहल परवान चढ़ेगी।