New Delhi: हाल ही में हुए स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स में 33 पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले भारतीय एथलीटों को खेल मंत्रालय ने सम्मानित किया। एथलीटों को संबोधित करते हुए खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि सरकार सभी पैरा और स्पेशल श्रेणी के एथलीटों को पूरा समर्थन देगी, जिससे उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए खुद को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
इटली के ट्यूरिन में 8 से 15 मार्च तक आयोजित स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स में भारत ने 8 स्वर्ण, 18 रजत और 7 कांस्य पदक जीते। स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने कहा कि 8 स्वर्ण पदक, 18 रजत और 7 कांस्य पदक के साथ उन्होंने न केवल अपने परिवार या राज्य को गौरवान्वित किया है, बल्कि उन्होंने पूरे देश को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित महसूस कराया है।
मल्लिका नड्डा, अक्ष्यक्ष, स्पेशल ओलंपिक, भारत “स्पेशल ओलंपिक भारत के हमारे जो विशेष खिलाड़ी हैं, उन्होंने वर्ल्ड विंटर गेस्म में अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया है, भारत को गौरवान्वित किया है। हम सब गौरव महसूस कर रहे हैं, जहां 30 खिलाड़ी वर्ल्ड विंटर गेम्स में गए थे। वहीं वो 33 मेडल लेकर देश में वापस आए हैं। हम सब हमारे इन खिलाड़ियों को बधाई देते हैं। वहीं 8 स्वर्ण पदक, 18 रजत और 7 कांस्य पदक के साथ हमारे इन सभी खिलाड़ियों ने जहां अपना परिवार का नाम रोशन किया है, वहीं अपने प्रदेश का नाम रोशन किया और देश का नाम रोशन किया है। 102 देशों ने जहां वर्ल्ड विंटर में भाग लिया था, वहां भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा और हमें आशा है और उम्मीद है कि भारत आने वाले समय में बढ़चढ़ कर भाग लेगा।”
संशोधित नीति के तहत अब स्वर्ण पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 14 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 8 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा, इससे भारत में पैरा-एथलीटों का मनोबल भविष्य के मुकाबलों के लिए और बढ़ जाएगा।
युवा मामले और खेल रक्षा राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने बताया कि “सबसे पहले मैं सभी एथलिट्स को मेरी तरफ से और हमारी मिनिस्ट्री के माध्यम से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं कि उन्होंने इटली में विंटर गेम में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और हमारे देश के लिए मेडल लाए और मैं ये भी कहना चाहूंगी कि ये एथलिट हमारे सभी देश के लोगों के लिए आदर्श हैं क्योंकि समाज में एक वर्ग ऐसा है, कि उनका देखने का नजरिया अलग रहता है लेकिन आज ये ही बच्चों ने एक बड़ा अचीवमेंट करके अपने परिवार का नाम भी उन्होंने आगे बढ़ाया और हमारे देश का भी नाम बढ़ाया और मैं सभी हमारे प्रसिडेंट हैं, टीम है, डॉक्टर नड्डाजी हैं, उनकी पूरी टीम है, उनको भी मेरी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं कि उनकी कोशिश से, उनकी मेहनत से हमारे स्पेशल ओलंपिक के एथलिट आज इस लेवल पर पहुंचे हैं और भारत सरकार, आदरणीय प्रधानमंत्रीजी भी चाहते हैं कि हमारे ऐसे एथलिट, जिनको सरकार की तरफ से जो-जो सहायता लगेगी, हम उन्हें देंगे।”