New Delhi: हाल में दिल्ली में सब्जियों की कीमतें तेजी से ऊपर चढ़ी हैं। अदरक, लहसुन, आलू, मटर, प्याज जैसी तमाम सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं, महरौली थोक मंडी में सब्जी बेचने वालों का कहना है कि ऊंची कीमतों की वजह से बिक्री लगभग आधी हो गई है।
खुदरा सब्जी बेचने वाले और खरीदार कहते हैं कि कीमतें सुनकर उन्हें अपने कानों पर विश्वास नहीं होता। देश की खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 14 महीने के सबसे ऊंचे स्तर- 6.21 फीसदी पर पहुंच गई। ये आरबीआई के तय स्तर से ऊपर है। इसकी वजह खासकर खाने के सामानों का दाम बढ़ना है। सितंबर में ये आंकड़ा 5.49 फीसदी था।
खरीदारों ने कीमतें कम होने तक सब्जियों में कटौती करने का मन बना लिया है। इसका असर सब्जी बेचने वालों पर पड़ रहा है। उन्हें उम्मीद है कि कीमतें जल्द सामान्य होंगी, ताकि उनकी बिक्री बढ़े।
थोक विक्रेता रविंदर कुमार ने बताया कि “महंगाई ही बहुत ज्यादा है। इसके कारण पब्लिक मंडी में नहीं आ पा रहे हैं। लहसुन है 500 रुपये किलो, अदरक 400 रुपये किलो है। नींबू 100 रुपये किलो है। महंगाई के हिसाब से जो पांच किलो लेने वाला ढाई किलो ले रहा है। एक किलो लेने वाला एक पाव ले रहा है। पाव लेने वाला आधा पाव ले रहा है। गरीब आदमी को 50 ग्राम भी दे रहे हैं। नहीं देंगे तो कहां जाएगा खाने के लिए। इसी चलते थोड़ा कम ले जा रहे हैं सब। थोड़ा थोड़ा में गुजारा है।
खरीदारों का कहना है कि “बहुत ज्यादा महंगा है। लहसुन तो 100 रुपये पाव हो रखा है। 400 रुपये किलो। हमने इतना कभी नहीं देखा। टमाटर 50-60 हो रखा है। गोभी अभी जो 10-20 रुपये किलो होती थी वो 60 रुपये किलो पर जा रखी है। आलू 100 रुपये का दो ढाई किलो। 200 रुपये धड़ी हो रखी है। इतनी महंगाई कभी नहीं हुई जितनी महंगाई अभी हो रखी है।आम आदमी क्या खाएगा बताओ। जिनको 15-20 हजार रुपये तनख़्वाह होगी भैया वो क्या करेगा भैया पहले बताओ किराया देगा कि खाएगा कि क्या करेगा भैया, आप बताओ।”