New Delhi: भारत और स्विट्जरलैंड के बीच रेलवे सेक्टर में तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहमति हुई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और स्विस रेल के प्रमुख अल्बर्ट रोएस्टि ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये भारतीय रेलवे को प्रौद्योगिकी, ट्रैक के रखरखाव, प्रबंधन और कई अहम क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देगी।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये एमओयू भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है। स्विस रेल के प्रमुख अल्बर्ट रोएस्टि ने कहा कि स्विट्जरलैंड की एडवांस रेलवे तकनीक ऑपरेशनल एफिशिएंसी, सिक्योरिटी मेजर, सर्विस क्वालिटी और रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में सुधार करके भारतीय रेलवे की मदद करेगी।
बयान में कहा गया है कि 31 अगस्त, 2017 को दोनों देशों के बीच हुआ समझौता पांच साल के लिए था और इसमें सहयोग के कई प्रमुख क्षेत्र जैसे ट्रैक्शन रोलिंग स्टॉक, इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट्स (ईएमयू) और ट्रेन सेट, माल और यात्री कारों और टिल्टिंग ट्रेनों पर फोकस किया गया था।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “भारत में रेल मंत्रालय और स्विट्जरलैंड में परिवहन मंत्रालय इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। वास्तव में ये हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि हम स्विस रेलवे की ओर से अपनाई जाने वाली अच्छी प्रथाओं से बहुत कुछ सीख सकते हैं।”
“कई दिलचस्प तकनीकें हैं, खासकर कुछ पारंपरिक तकनीकें जैसे कि पटरियों का रखरखाव कैसे किया जाता है? पटरियों का प्रबंधन कैसे किया जाता है? और खास तौर पर टर्नआउट के आसपास कैसे बनाया जाता है? इनमें से कई तकनीकें भारतीय रेलवे को बेहतर सुरक्षा रिकॉर्ड हासिल करने और बेहतर रखरखाव करने में मदद करेगी।”
इसके साथ ही कहा कि “हम भारतीय रेलवे और स्विस रेलवे के अधिकारियों के बीच समझौतों की उम्मीद करते हैं। हमें एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखना है, हमारा नेटवर्क बहुत बड़ा है, स्विस रेलवे की कुछ प्रथाओं को भारत में और भी बड़े पैमाने पर दोहराया जा सकता है। इसलिए मैं इस जुड़ाव, इस पारस्परिक सहयोग की उम्मीद करता हूं।”