New delhi: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक’ (नीट-यूजी) में प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है।
प्रधान ने संवाददाताओं से कहा कि नीट-यूजी में पेपर लीक होने का कोई सबूत नहीं है और सभी आरोप बेबुनियाद हैं, उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है और हम उसके फैसले के मुताबिक काम करेंगे।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि “यह जो वातावरण बनाई जा रही है कि बहुत बड़ा गडबडी हुई है, नीट मैं आपकी जानकारी के लिए बताऊं की 24 लाख छात्र शामिल हुए, मैं विद्यार्थियों और अभिभावकों का आश्वस्त करना चाहूंगा कि भारत सरकार और एनटीए कमिटिड है और 24 लाख बच्चों ने एग्जाम दिया है।”
इसके साथ ही कहा कि कोई पेपर लीक का कोई प्रमाण नहीं है, 1550 के लिए जो मॉडल अपना गया था वो भी कोर्ट के मुताबिक है, जो कोर्ट कहेगा उसको हम लागू करेंगे।”