New Delhi: मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के भव्य राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के मौके पर राजधानी दिल्ली में एक मराठी पिता-पुत्र की जोड़ी ने 115 ऑयल पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई है, जिसे 16 सालों की कड़ी मेहनत के बाद बनाया गया है, इस ऑयल पेंटिंग में मराठा योद्धा शिवाजी महाराज के जीवन और विरासत को दिखाया गया है।
केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने गुरुवार को नेशनल म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट में आयोजित इस एग्जिबीशन का उद्घाटन किया। इसमें दीपक गोरे के संग्रह को दिखाया गया है। यूरोपीय ऑयल पेंटिंग की भव्यता को देखने के बाद, उन्होंने वहां की संस्कृति और कथाओं को दिखाते हुए पेंटिंग बनाने की कल्पना की थी। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत साल 2000 में हुई थी और पिता-पुत्र की कलाकार जोड़ी श्रीकांत चौगुले और गौतम चौगुले के साथ साझेदारी करते हुए गोरे ने इसे शुरू किया। फिर प्रसिद्ध इतिहासकार बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे से मुलाकात के बाद उन्होंने शिवाजी की विरासत पर काम करने का मन बनाया। 2016 में ये परियोजना पूरी हुई और 115 शानदार पेंटिंग के संग्रह का अनावरण किया गया।
छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से जु़ड़ी ये प्रदर्शनी मुख्य रूप से सेना और नौसैनिक मूवमेंट की कई तस्वीर पेश करती है, ये प्रदर्शनी दिल्ली में 21 जून तक चलेगी। केंद्रीय संस्कृति के सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि “प्रदर्शनी मूल रूप से कलेक्शन ऑफ वर्क है जिसे श्री गोरे जी ने इकट्ठा किया है, जो एक आर्ट संग्रहकर्ता हैं और पेंटिंग एक पिता-पुत्र की जोड़ी ने बनाई है। मूल रूप से, इसमें 115 पेंटिंग हैं जो छत्रपति शिवाजी महाराज की लाइफ से प्रेरित है।