Delhi AQI: दिल्ली में घना कोहरा छाया रहने की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम रही। वहीं प्रदूषण पर काबू करने की तमाम कोशिशों के बावजूद वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर “गंभीर से भी अधिक” दर्ज किया गया। आनंद विहार में सबसे अधिक 437 एक्यूआई दर्ज किया गया। जबकि आरके पुरम में (436), सिरी फोर्ट में (432), पटपड़गंज में (408), आईटीओ में (409), मुंडका में (402) और रोहिणी में (396) एक्यूआई रहा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भी प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक था। नोएडा में एक्यूआई 468, गुरुग्राम में 385 और गाजियाबाद में 335 दर्ज किया गया।
वायु गुणवत्ता मानकों के अनुसार, 0-50 के बीच का एक्यूआई अच्छा माना जाता है, जबकि 401-500 गंभीर श्रेणी में आता है।
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के डेटा से पता चला कि दिल्ली में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण ट्रांसपोर्ट था, जिसका योगदान 18.3 प्रतिशत था। इंडस्ट्रीज का योगदान 9.2 प्रतिशत था, उसके बाद रिहायशी सोर्स का 4.5 प्रतिशत और कंस्ट्रक्शन एक्टिविटीज का 2.5 प्रतिशत था।
इसमें दूसरे योगदान देने वालों में कचरा जलाना (1.6 प्रतिशत), धूल (1.3 प्रतिशत), बिजली उत्पादन (1.2 प्रतिशत) और दूसरे सेक्टर शामिल थे।
दिल्ली के लिए एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, शनिवार को एयर क्वालिटी बहुत खराब रहने की उम्मीद है और रविवार को ये गंभीर कैटेगरी तक बिगड़ सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की लोगों को सलाह है कि वे बाहर की एक्टिविटीज कम करें, अगर हो सके तो मास्क पहनें और खास तौर पर बच्चे, बुजुर्ग और सांस की समस्या वाले लोग ज्यादा सावधानी बरतें।