Delhi: आज विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं का संसद से चुनाव आयोग तक मार्च पुलिस से टकराव में बदल गया। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण और 2024 लोकसभा चुनावों में कथित मतदाता धोखाधड़ी के विरोध में निकाले गए इस मार्च को पुलिस ने परिवहन भवन पर रोक दिया, क्योंकि इसके लिए अनुमति नहीं ली गई थी।
पुलिस बैरिकेड्स रोकने पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव बैरिकेड के ऊपर से कूद गए और बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा समेत कई नेता नारेबाजी करते दिखे। कई सांसद बैरिकेड्स पार करने की कोशिश में पुलिस से उलझ पड़े।
पुलिस के समझाने के बावजूद विपक्षी सांसद हटने को तैयार नहीं हुए, जिसके बाद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां कर विपक्ष समर्थक मतदाताओं को प्रभावित करने की साजिश हो रही है।
आज जब हम चुनाव आयोग से मिलने जा रहे थे, INDIA गठबंधन के सभी सांसदों को रोका गया और हिरासत में ले लिया गया।
वोट चोरी की सच्चाई अब देश के सामने है।
यह लड़ाई राजनीतिक नहीं – यह लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है।
एकजुट विपक्ष और देश का हर… pic.twitter.com/SutmUirCP8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 11, 2025
पुलिस बैरिकेड के ऊपर से कूद गए अखिलेश
विपक्ष संसद के दोनों सदनों में एसआईआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग की इस कवायद का उद्देश्य इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करना है। वे दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। बिहार में एसआईआर को लेकर संसद में गतिरोध बना हुआ है। 21 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से दोनों सदनों में लगातार व्यवधान और नाममात्र का विधायी कार्य हुआ है। दोनों सदनों में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को छोड़कर 21 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से संसद में बहुत कम काम हुआ है। बार-बार कार्यवाही स्थगित की जा रही है।