Delhi: फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन, भेदभाव का आरोप

Delhi: दिल्ली में मॉडल टाउन के निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने शहर के पुराने सचिवालय स्थित शिक्षा निदेशालय कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने स्कूल पर निदेशालय से पूर्व सूचना या अप्रूवल के बिना फीस बढ़ाने का आरोप लगाया। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल ने पिछले तीन सालों में बार-बार फीस बढ़ाई है। अभिभावकों ने ये भी आरोप लगाया कि फीस बढ़ोतरी का विरोध करने वाले बच्चों के साथ स्कूल प्रशासन भेदभाव कर रहा है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि जिन स्कूलों पर अनुचित फीस बढ़ोतरी का आरोप है उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। इन स्कूलों से जवाब मांगा गया है और जवाब न देने पर सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। हालिया हफ्तों में फीस बढ़ोतरी को लेकर अभिभावकों ने स्कूलों के खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन किए गए हैं।

अभिभावको ने कहा, “हमारी बच्ची क्लास एट्थ-बी में है। इन्होंने क्या किया है कि लगातार लास्ट तीन साल में फी हाइक मोर देन 100 परसेंट कर दिया है। 2024-25 का जो सेशन था उसमें उन्होंने 40 परसेंट हाइक किया। 2024-25 में 33 परसेंट का हाइक किया और अब 80 परसेंट से ज्यादा फीस में हाइक बिना किसी नॉटिफिकेशन के और किसी जानकारी के की और शिक्षा निदेशालय से कोई अनुमति नहीं है। उसके बावजूद स्कूल अपनी मनमानी कर रहा है। हमने रिक्वेस्ट डाला, प्रिंसिपल से मिलने की कोशिश की। पांच छह दिनों के इंतजार के बाद प्रिंसिपल मिलती हैं और कहती हैं अगर आप फी नहीं पे कर सकते, तो आप अपने बच्चे को स्कूल से निकाल लीजिए।”

“लास्ट ईयर से फीस इतनी बढ़ रही है कि पेरेंट्स के लिए बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो गया है। मेरे बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं वहां लास्ट ईयर 30 परसेंट बढ़े थे, तो फिर हम लोग बहुत सारी मीटिंग वगैरह भी किए थे, बातचीत किए और तो और पेरेंट्स 10 परसेंट तक भी एग्री थे कि 10 परसेंट भी होंगे तो कोई बात नहीं उतना, लेकिन स्कूल ने एक भी नहीं मानी।”

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