Delhi: दिल्ली के किसानों ने मंगोलपुरी में महापंचायत की और आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में सामूहिक निर्णय लिया।
उन्होंने धमकी दी कि अगर उनकी मांगें अनसुनी की गईं तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे। पालम खाप के प्रमुख सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि हम केवल उन्हीं का समर्थन करेंगे जो हमारी समस्याओं का समाधान करेंगे। जो हमारी बात नहीं सुनेंगे और हमारी समस्याओं का समाधान नहीं करेंगे, हम उनका विरोध करेंगे।
दिल्ली के कई गांवों के किसानों ने अक्टूबर में ‘गांव बचाओ यात्रा’ निकाली थी और मांगें पूरी न होने पर चुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया था।
सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि हमने पिछले दो महीनों से ‘गांव बचाओ यात्रा’ शुरू की थी और करीब 360 गांवों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि अब जब सभी गांवों में यात्रा पूरी हो गई है, तो हमने सभी गांवों के लोगों को यहां बुलाया है। हम आज आगे की रणनीति बनाएंगे।
पालम के खाप प्रमुख, सुरेंद्र सोलंकी ने कहा, “पिछले डेढ़ साल से हम आंदोलन कर रहे हैं और हमने जगह-जगह पंचायत की। कुछ काम हमारे छोटे हुए लेकिन जो हमारी प्रमुख समस्या है उनका समाधान आज तक नहीं हुआ। तो आज पिछले दो महीने से हमने गांव देहात बचाओ यात्रा की शुरूआत की हुई थी और लगभग 360 गांव में आगामी चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया हुआ था। अब सारे गांव पूरे हो गए तो आज सभी गांव को यहां बुलाया है और आगे की रणनीति इस तरीके की इस आंदोलन को चलाया जाए, हमारा एक ही मत है कि भई हमारी समस्याओं का जो समाधान करेगा, हम उसका स्वागत करेंगे। और आज खुले तौर पर यहां लोगों के विचार भी आ रहे हैं, अभी फैसला होना है कि जो हमारी बात सुनेगा, जो हमारी बात रखेगा, हम उसका समर्थन करेंगे। जो हमारी नहीं सुनेगा, हमारी बात नहीं करेगा, हम उसका विरोध करेंगे।”