Delhi: दिल्ली में आज मौसम की सबसे सर्द सुबह दर्ज की गई। राजधानी का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। आयानगर और पूसा समेत अलग-अलग जगहों पर शीत लहर के हालात बन गए। आयानगर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री और पूसा में 3.2 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से उत्तर पश्चिम भारत में शीत लहर की हालात बना दिए हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि जब तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है तब शीत लहर की स्थिति पैदा होती है। उनका अनुमान है कि ऐसे हालात बने रहेंगे और आने वाले दिनों में कोई राहत नहीं दिखेगी। बुधवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, 14 साल में पहली बार दिसंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक नरेश कुमार का कहना है कि, “आठ और नौ दिसंबर को सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ ने उत्तर पश्चिम भारत पर असर डाला है, जिससे हिमालय पर हल्की से थोड़ी ज्यादा बर्फबारी हुई। वहीं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश हुई। इसके बाद तेज उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने लगीं। परिणाम के तौर पर उत्तर पश्चिम भारत में तापमान गिर गया। हाल में पिछले दो दिनों से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में शीत लहर चल रही है, जो बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे दूसरे हिस्सों तक फैल जाएगी।”
“तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा। अगर ये बदलता है, तो ये तीन से चार दिनों में होगा। यही वजह है कि हम उत्तर पश्चिम भारत में तीन से चार दिनों तक शीत लहर के हालात की बात कह रहे हैं। राजस्थान के लिए हमने तीन दिन का समय दिया है। पंजाब और हरियाणा के लिए हमने चार दिन का समय दिया है और उसके बाद जैसा कि मैंने पहले कहा है तापमान कमजोर हो जाएगा और धीरे-धीरे बढ़ेगा।”