Delhi: वसंत कुंज नॉर्थ थाना की पुलिस टीम ने करोड़ों के मोबाइल चोरी करने का खुलासा करते हुए 18 घंटे के अंदर दिल्ली और पंजाब में छापा मारकर साढ़े तीन करोड़ के 318 मोबाइल बरामद किए और दो लोगों को गिरफ्तार किया।
डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि 320 मोबाइल मुंबई से दिल्ली आ रहे थे, जिस गाड़ी से मोबाइल को लाया गया था, उसका ड्राइवर मनदीप ने प्लान बनाया और फिर गाड़ी को बामनोली इलाके में ले गया। वहां से मोबाइल को निकालकर दूसरे जगह पर छुपाकर रख दिया और फिर उस गाड़ी को समालखा इलाके में छुपाकर रख दिया और वहां से फरार हो गया। उसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया।
एसीपी सत्यजीत सरीन की देखरेख में एसएचओ राजीव कुमार की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मामले की छानबीन शुरू की। पुलिस ने पहले मनदीप को गिरफ्तार किया गया और फिर उससे पूछताछ हुई, तो सचिन को भी पकड़ा गया। इसकी प्लानिंग मनदीप ने की थी, लेकिन बाकी का प्लान, उसको छुपाने और रहने के लिए जगह सचिन ने दी थी।
उन्होंने बताया कि आरोपितों की पहचान दिल्ली के बामनोली गांव निवासी मनदीप सिंह और हरियाणा के पंचकूला निवासी सचिन के रूप में हुई है, 17 जून को रामेश्वर सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी। उनके दिल्ली के महिपालपुर में बने गोदाम से नए एप्पल आईफोन चोरी होने की बात सामने आई थी।
पुलिस ने बताया कि सचिन बेलदारी का काम करता था और मनदीप पांच साल से ड्राइविंग कर रहा था, दिल्ली डिप्टी कमिश्नर रोहित मीणा ने कहा कि इसमें हमारे एसीपी सत्यजीत सरीन, इंस्पेक्टर राजीव और सब-इंस्पेक्टर ऋषिकांत इनकी टीम तुरंत इस पर एक्ट करते हुए केस रजिस्टर करके जब इन्वेस्टिगेशन करती है, तो पता चलता है कि ये जो जिससे व्हीकल जिनमें फोन लेकर जाते थे उसमें जीपीएस लगा हुआ था। कुछ टाइम की जीपीएस नहीं होती है और बाद में ये जो गाड़ी है ये अबैंडेंड है। यहां समालखा साइड से मिलती है।