Chhath puja: दिल्ली में यमुना नदी के घाट पर छठ पूजा के चौथे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे हुए और उगते सूर्य को ‘उषा अर्घ्य’ दिया। कालिंदी कुंज में यमुना घाट पर भी पूजा की गई। यहां नदी में जहरीले झाग के बीच ही पूजा की गई।
छठ का व्रत 36 घंटे तक रखा जाता है। चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही ये त्योहार खत्म होता है।
चार दिवसीय त्योहार पांच नवंबर को ‘नहाय खाय’ के साथ शुरू हुआ। इसमें लोग घरों को साफ करते हैं और लहसुन, प्याज नहीं खाते। इसकी बजाय शुद्ध शाकाहारी भोजन किया जाता है।
छह नवंबर को, ‘खरना’ में दिन भर का उपवास और शाम को गुड़ और चावल से बने भोजन के साथ 36 घंटे का सख्त उपवास शुरू होता है। इस दौरान व्रत करने वाले लोग पानी भी नहीं लेते हैं, छठ मुख्य रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।