Arvind Kejriwal: सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं, दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर आकर अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को बिना नाम लिए निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि इन लोगों को लगा कि मुझे जेल में डालकर मेरा हौसला तोड़ देंगे, आज मैं जेल से बाहर आ गया हूं और मेरे हौसले 100 गुना ज़्यादा बढ़ गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई की, कोर्ट ने 10 लाख रुपये के मुचलके पर केजरीवाल की ज़मानत के आदेश दिए। हालांकि कोर्ट ने सीबीआई की गिरफ़्तारी को सही बताया। दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले के लिए केजरीवाल को ईडी ने इसी साल 21 मार्च को गिरफ़्तार किया था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई में ज़मानत दे दी थी।
लेकिन हिरासत में रहते हुए अरविंद केजरीवाल को 26 जून को सीबीआई ने फिर से गिरफ़्तार कर लिया था, इसलिए वे जेल में ही रहे, सीबीआई की ओर से हुई गिरफ़्तारी को चुनौती देने और ज़मानत के लिए सीएम केजरीवाल की ओर से दो याचिकाएं दायर की गई थीं, पांच सितंबर को इस पर सुनवाई हुई थी और सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुरक्षित रख लिया गया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है। मेरे जिंदगी का एक-एक पल, मेरे शरीर का एक-एक कतरा, मेरे खून का एक-एक कतरा देश के लिए समर्पित है, मैंने जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है। बहुत-बहुत बड़े-बड़े संघर्ष किए। जिंदगी में बहुत मुसीबतें झेली है लेकिन हर कदम पर भगवान ने मेरा साथ दिया है। ऊपर वाले ने मेरा साथ दिया। क्यों कि मैं सच्चा था। मैं सही था, इसलिए भगवान ने मेरा साथ दिया। इन लोगों को लगा कि केजरीवाल को जेल में डाल देंगे तो केजरीवाल के हौसले टूट जाएंगे। आज मैं आपको कहना चाहता हूं कि मैं जेल से बाहर आया हूं। मेरे हौसले 100 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं। मेरी ताकत 100 गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। इनकी जेल की मोटी-मोटी दीवारें, इनकी जेल की सलाखें केजरीवाल के हौसले को कमजोर नहीं कर सका। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं जैसे आज तक ऊपर वाले ने रास्ता दिखाया, ऊपर वाले ने ताकत दी। ऐसे ही भगवान मुझे रास्ता दिखाता रहे। मैं देश की सेवा करता हूं और ये जितनी राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं जो देश के विकास को रोक रही है, जो देश को बांटने का काम कर रही है, जो देश को अंदर से कमजोर करने का काम कर रही है। जिंदगी भर में मैं इनके खिलाफ लड़ा और आगे भी ऐसे ही लड़ता रहूंगा।”