Makar Sankranti: आदि बद्री मंदिर के कपाट मकर संक्रांति के पर्व पर पूजा-अर्चना के बाद विधि-विधान से ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4.00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए गए हैं। परंपराओं के अनुसार मंदिर के कपाट वर्षभर में पौष माह के लिए बंद रहते हैं, मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही आदिबद्री में सात दिवसीय श्री आदिबदरी महाभिषेक समारोह, शीतकालीन पर्यटन व सांस्कृतिक विकास मेला और आचार्य नागेन्द्र तिवारी द्वारा श्रीमदभागवत कथा वाचन भी प्रारंभ हो गया है।
मकर संक्रांति के मौके पर मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में मुख्य पुजारी चक्रधर थपलियाल ने कपाट खुलने के मौके पर अभिषेक पूजा संपन्न करवाई। जिसके बाद भगवान नारायण का श्रृंगार, भोग और पंच ज्वाला आरती के बाद मंदिर में दर्शनों की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। मंदिर परिसर में सात दिवसीय महाभिषेक समारोह का शुभारंभ कर दिया गया है। इस अवसर पर महिला मंगल दलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी