माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानि आज शनिवार को बसंत पंचमी मनाई जा रही है। बसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती को समर्पित है। मां सरस्वती विद्या, वाणी और ज्ञान प्रदान करने वाली देवी कहा जाता है। यही कारण है कि मां सरस्वती की पूजा को समर्पित बसंत पंचमी का पर्व खास रूप से मानाया जाता है। लोग अपने घरों में स्वादिष्ट पकवान और मिठाइयां बनाते हैं। इसके साथ ही बसंत के आगमन को लेकर कई जगह उत्सव भी मनाए जाते हैं। आज के दिन पीले वस्त्र पहनने का खास महत्व होता है।
बसंत पंचमी में पीले रंग का महत्व
मान्यता है कि इस दिन सबसे पहले पीतांबर धारण करके भगवान श्रीकृष्ण ने देवी सरस्वती का पूजन माघ शुक्ल पंचमी को किया था। तभी से बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र धारण कर सरस्वती पूजन का प्रचलन है। वहीं हिंदू धर्म में पीला रंग बहुत शुभ माना जाता है। क्योंकि मां सरस्वती को पीला रंग अति प्रिय है। मान्यता है कि जब सरस्वती मां अवतरित हुई थीं उस वक्त ब्रह्मांड में लाल, पीली और नीली आभा हुई थी और सबसे पहले पीली आभा दिखी थी, जिस कारण से धार्मिक मान्याताओं में माना जाता है कि मां को पीला रंग प्रिय है। वहीं बसंत उत्सव मानने के लिए अपनी खुशी का इजहार करने के लिए बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के चावल बनाये जाते है। हल्दी व चन्दन का तिलक लगाया जाता है। पीले रंग के वस्त्र धारण कर पूजा, उपासना की जाती है। इसके साथ ही उन्नति, जीवन में सफलता के लिए मां सरस्वती, भगवान कृष्ण और श्रीहरि विष्णु जी से प्रार्थना की जाती है।
बसंत पंचमी है शुभ मुहूर्त
बसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के बाद और पूर्वाह्न से पहले की जाती है। इस बार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि शनिवार, 5 फरवरी को सुबह 03 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होकर, कल रविवार, 6 फरवरी को सुबह 03 बजकर 46 मिनट तक रहेगी। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन से छोटे बच्चों की पट्टी पूजन का खास योग होता है, इसके अलावा कोई नया काम शुरू करना, बच्चों का मुंडन संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश आदि भी बसंत पंचमी को काफी शुभ माना जाता है। इस दिन विद्यार्थियों को ही नहीं बल्कि हर किसी को विधि विधान के साथ मां सरस्वती को पूजना चाहिए। हालांकि इस दिन कुछ ऐसे कार्य भी होते हैं जिनको गलती से भी नहीं करना चाहिए।
इन चीजों को बसंत पंचमी को ना करें-
• शास्त्रों इस बात का उल्लेख किया गया है कि बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। इसके अलावा इस दिन गलती से भी काले या लाल रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
• बसंत पंचमी के दिन से ही वसंत ऋतु की भी शुरुआत होती हैं। पेड़-पौधों में नए कोपले निकलने शुरू हो जाते हैं। ऐसे में इस खास दिन पेड़-पौधे को कभी नहीं काटना चाहिए।
• माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन कभी भी बिना स्नान के भोजन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन हर किसी को स्नान जरूर करना चाहिए।
• इसके अलावा बसंत पंचमी के दिन घर पर किसी को भी मांस-मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।