Raja Raghuvanshi: मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में इंदौर के एक सैलानी का शव मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ये जोड़ा हनीमून मनाने आया था, मृतक की पत्नी पर हत्या की साजिश रचने का आरोप है। सैलानी राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी सोनम 23 मई से लापता थे। इससे पहले वे सोहरा में छुट्टियां मना रहे थे। दो जून को राजा का शव एक खाई में मिला, लेकिन उसकी पत्नी का कोई अता-पता नहीं था।
मेघालय पुलिस ने बताया कि रात भर चले छापो में मध्य प्रदेश के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि मृतक की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश में गाजीपुर के नंदगंज पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सियेम ने कहा कि “गिरफ्तार लोगों में पहला आरोपी ललितपुर का रहने वाला 19 साल का आकाश राजपूत है। दूसरा इंदौर का रहने वाला 22 साल का विशाल सिंह और तीसरा भी इंदौर का रहने वाला 21 साल का राज सिंह कुशवाहा है। सोनम रघुवंशी गाजीपुर के नंददगंज पुलिस थाने में है।
दोपहर को हमने मध्य प्रदेश में सागर जिले के बसाहरी गांव से 23 साल के आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया था। इन चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और एक शख्स नंदगंज पुलिस थाने में है। हमारी टीम वहां जा रही है, दो टीम गई और यूपी और एमपी पुलिस के साथ कई जगहों पर छापा मारा गया। तीसरी टीम सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार करने यूपी के रास्ते में है।”
यूपी पुलिस ने एक ढावे से सोनम को हिरासत में लेने का दावा किया। ढाबे के मालिक ने पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। ढाबे का मालिक साहिल यादव ने कहा कि “यह रात के एक बजे की बात है, वो बनारस वाले रोड से आ रही थी। मेरा मोबाइल मांगती है और बोलती है, दीजिए, हमको कॉल करना है। हम उनको देते हैं। फिर उसके बाद अपने भाई से करते टाइम भावुक बहुत हो जाती है तो सही से बात नहीं कर पाती है। फिर हम फैमिली से बात करते हैं। उनका एड्रेस पूछते हैं, कहां पे कॉल लगा है। उसके बाद हम यहां का एड्रेस बताते हैं। फिर उनके भाई बोलते हैं कि आप उनको बोल दीजिए कि टेंशन न लें, हम लोग वहां से आ रहे हैं। फिर उसके बाद वहां पे वो बैठ जाती हैं।”
सोनम रघुवंशी के परिवार का कहना है कि उसपर लगाए आरोप गलत हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की। सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने कहा कि “पुलिस वाले वहां के गलत बयान दे रहे हैं, क्योंकि वो लोग उलझ रहे हैं। वो लोग ढाबे वाले से क्या बोलते हैं, वो होटल वालों से वहां के गुंडे मवाली से हफ्ता वसूली करते हैं। उनका नाम आएगा, इसीलिए वो गलत बयानबाजी कर रहे हैं और इसलिए मैं सीबीआई की मांग करता हूं। अमित शाह जी से इसीलिए बोल रहा हूं हाथ जोड़कर मैं सीबीआई भेज दो।”
“क्या प्रूफ है उनके पास? क्या प्रूफ है उनके पास कि भाड़े के हत्यारे सोनम लेकर जाएगी। और क्यों जाएगी? उसका भी तो कुछ कारण होना चाहिए न।हवा में बंदूक क्यों चला रही है पुलिस। सोनम से अभी तक पुलिस वाले मिले नहीं और सोनम ने भाड़ा भी दे दिया। हत्या भी करवा दी, तो ये जांच का विषय है भइया।
वही मृतक राजा रघुवंशी की मां को बेटे के खोने का गम भी है और आक्रोश भी। उन्होंने कहा कि अगर सोनम गुनहगार है तो उसे उचित सजा मिलना चाहिए।
इसके साथ ही राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी ने कहा कि “सोनम मिल गई है, मैं यही चाहती हूं कि सोनम के मुंह से मैं सुनना चाहती हूं पहली बात तो कि उसने राजा को कहां छोड़ा था? किस हालत में छोड़ा था? क्यों छोड़ा था? जब उसका पति था उसने दिल से माना था, तो उसको उसके साथ होना था। अगर किसी ने उसको धक्का दिया था, तो खुद को गिरना था उसके बचाव के लिए कि मेरा पति खाई में गया है तो मुझे भी उसके साथ जाना है। इस जगह सोनम कभी गिरती तो मेरा बच्चा कूद जाता इतना मुझे यकीन है की सोनम को बचाने के लिए मेरा बेटा कूद जाता।
मगर सोनम क्यों नहीं कूदी उसके साथ? ऐसा तो अंदर से यकीन नहीं था कि सोनम ऐसा कर सकती है, क्योंकि हमने उसको दिल से माना था मेरे बच्चे ने उसको दिल से मान लिया था। हां, दिल से माना था और उसके कहने पर ही वो वहां गया था, उसके कहने से ही गया था वो। अगर उसने इस घटना को अंजाम दिया है, और उसने अगर करा है, तो फिर तो उसको कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। पूरा समाज देगा उनको तो।”
राजा रघुवंशी की मां ने भी मामले की सीबीआई जांच की मांग की, दोनों परिवारों के पड़ोसी इस घटना से सकते में हैं। उन्होंने बताया कि शादी के दौरान या उसके बाद परिवारों में कोई तनाव नहीं था।
बता दें कि दोनों की शादी 11 मई को हुई थी, 20 मई को वे हनीमून मनाने मेघालय चले गए थे, वह किराए के स्कूटर पर 22 मई को मावलखियत गांव पहुंचे, 24 मई को उनका स्कूटर शिलॉन्ग-सोहरा सड़क पर पाया गया। इसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। मेघालय पुलिस ने पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल से संपर्क किया है।
इस मामले पर उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा कि “सोनम द्वारा यह सूचना अपने परिजनों को दी गई कि उनकी मौजूदगी काशी ढाबा, जो बनारस-गाजीपुर रोड पर स्थित है, वहां है। उनके परिजनों ने ये सूचना इंदौर पुलिस को दी। इंदौर पुलिस ने तत्काल यूपी पुलिस से ये बात साझा की और गाजीपुर पुलिस ने सोनम को उक्त स्थान से बरामद किया।
तत्काल इन्हें मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए सदर हॉस्पिटल ले जाया गया और उसके बाद वन स्टॉप सेंटर पर भेज दिया गया है। मेघालय पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई है। वो रास्ते में हैं और उम्मीद है कि अगले कुछ घंटों में वो पहुंच जाएंगे। उनके द्वारा अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। अगर इंटेरोगेशन की जरूरत है, वो की जाएगी और केस को आगे बढ़ाया जाएगा।”