Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली में किराए की दुकान से 2,080 करोड़ रुपये मूल्य की 208 किलोग्राम कोकीन जब्त की है। मामले में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक हफ्ते के भीतर दिल्ली में नशीली दवाओं की दूसरी बड़ी खेप पकड़ी गई है। पुलिस ने बताया कि ड्रग्स को स्नैक्स के प्लास्टिक पैकेटों के अंदर छिपाया गया था, जिन पर ‘टेस्टी ट्रीट’ और ‘चटपटा मिक्सचर’ लिखा हुआ था।
अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के रमेश नगर इलाके में एक छोटी सी संकरी दुकान से कार्टन में रखे नशीली दवाओं के करीब 20-25 पैकेट बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि यह जब्ती दक्षिण पश्चिम दिल्ली के महिपालपुर से 5,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 562 किलोग्राम ड्रग्स की पिछली बरामदगी से जुड़ी है।
उन्होंने आगे कहा कि बरामद जब्ती का वजन लगभग 208 किलोग्राम है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2,080 करोड़ रुपये है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये खेप ब्रिटेन के भारतीय मूल के नागरिक ने वहां रखी थी, जो अब फरार है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें अपनी पिछली जब्ती और गिरफ्तारी की जांच के दौरान गुप्त सूचना मिली थी, स्पेशल सेल की टीम को दुकान पर भेजा गया और खेप बरामद की गई।” पुलिस ने जिस यूके के नागरिक की तलाश थी, वो टीम के पहुंचने से पहले ही भागने में सफल हो गया। अधिकारी ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले दुकान किराए पर ली थी, दुकान के मालिक सहित दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि दुकान के मालिक ने पुलिस को बताया कि दुकान कपड़ों से जुड़े व्यवसाय के लिए किराए पर ली गई थी, उन्होंने बताया कि ऐसा संदेह है कि ब्रिटेन का नागरिक नशीली दवाओं की खेप को देश के दूसरे हिस्सों में ले जाना चाहता था लेकिन पुलिस की पिछली बरामदगी के बाद वो भाग गया।
स्पेशल सेल ने दो अक्टूबर को दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम से 560 किलोग्राम से अधिक कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त किया था, जिसकी अनुमानित कीमत 5,620 करोड़ रुपये थी और चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अमृतसर और चेन्नई से दो और व्यक्तियों को पकड़ा गया।
इससे पहले दिन में स्पेशल सेल ने एक शख्स को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले अखलाक के रूप में हुई, इस मामले में गिरफ्तार होने वाला ये सातवां संदिग्ध है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि ये सिंडिकेट कथित तौर पर दुबई में रहने वाले व्यवसायी वीरेंद्र बसोया की ओर से चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि वो कथित तौर पर तुषार गोयल और जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी की मदद से रैकेट चला रहा था, दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने फरार चल रहे बसोया के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया है। पुलिस को शक है कि बसोया एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा है, जिसने अलग-अलग लोगों को अलग-अलग काम दिए हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि सिंडिकेट के ज्यादातर सदस्य एक-दूसरे को नहीं जानते हैं और वे सोशल मीडिया पर कोड नामों से काम कर रहे थे।
जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अब तक दिल्ली से 7,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 700 किलोग्राम कोकीन बरामद की गई है। ये बरामदगी उसी सिंडिकेट का हिस्सा है, जो दक्षिण अमेरिकी देशों से समुद्री रास्ते से गोवा में खेप लेकर आया था।
अधिकारी ने कहा कि संदेह है कि ऐसी कुछ और खेपें रखी हुई हैं या पहले ही दूसरे ठिकानों तक पहुंचाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की अलग-अलग टीमें दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी कर रही हैं और ड्रग सिंडिकेट के अन्य संदिग्धों को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।