Delhi Gang Rape: देश को झकझोर को रख देने वाले दिल्ली के निर्भया कांड को आज 12 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी उसकी मां को लगता है देश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी नहीं बदला है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी और पुडुचेरी की पूर्व उप-राज्यपाल किरण बेदी ने कहा, “अपराध और बलात्कार की रोकथाम का उत्तर सामुदायिक पुलिसिंग है। समुदाय में ये घरों से शुरू होता है। जिस तरह से लड़के और लड़कियों का पालन-पोषण किया जाता है, स्कूल, शिक्षक, पंचायतें, स्थानीय प्रतिनिधि, कलेक्टर, एसपी और पुलिस। ये सब सामुदायिक पुलिसिंग है। यदि आप सामुदायिक पुलिसिंग के रूप में काम नहीं करेंगे तो ये होता रहेगा।”
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, “आज 12 साल हो गए लेकिन चीजें वैसी ही हैं। हमारा, लड़कियों को सुरक्षित रखने के लिए संघर्ष जारी है। दुख की बात ये है कि कुछ भी नहीं बदला है। हालात बदतर हो गए हैं। हम किस तरह के समाज में रह रहे हैं? ‘निर्भया’ के 12 साल बाद, उसे न्याय मिला, दोषियों को सजा दी गई। इतनी सारी घटनाएं हुईं लेकिन मुझे नहीं लगता कि बाकी लड़कियों को न्याय मिला है। हमारे समाज और व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।”
2012 के भयावह निर्भया कांड की 16 दिसम्बर को 12वीं बरसी है।