Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 11 नवंबर को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए छह नक्सलियों में खूंखार माओवादी नेता उर्मिला, वरिष्ठ कार्यकर्ता पापा राव की पत्नी और बुचन्ना कुडियम भी शामिल हैं। एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाकों में स्थित कंदुलनार और कचलाराम गांवों के जंगलों में मारे गए इन छह नक्सलियों पर कुल 27 लाख रुपये का इनाम था।
जितेंद्र यादव ने कहा, “कन्ना उर्फ बुचन्ना (माओवादी) मद्देड एरिया कमेटी का प्रभारी था। वो इस इलाके में आपूर्ति श्रृंखला और धन संग्रह की देखरेख करता था…इसी तरह, पापाराव की पत्नी उर्मिला, पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव थी। ये सबसे हिंसक इलाकों में से एक है।”
बुचन्ना पर आठ लाख रुपये का इनाम था। उसे दक्षिण बस्तर में सक्रिय सबसे खूंखार माओवादी नेताओं में से एक माना जाता था। वो पिछले एक दशक में सुरक्षा बलों, नागरिकों और विकास परियोजनाओं को निशाना बनाकर किए गए बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड था।
उर्मिला पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन के लिए रसद आपूर्ति की प्रभारी भी थीं और राशन, वर्दी, दवाइयां और दूसरी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति का प्रबंधन करती थीं। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि पिछले 20 महीनों में 202 माओवादी मारे गए हैं।
सुंदरराज ने कहा, “हमारे अभियान का लक्ष्य बीजापुर और नारायणपुर थे क्योंकि माओवादी भौगोलिक स्थिति के कारण इन इलाकों को अपने छिपने के ठिकानों के रूप में इस्तेमाल करते हैं। हमने इन इलाकों में कई माओवादियों और उनके शीर्ष नेताओं को मार गिराया है। हमने उनके आपूर्ति नेटवर्क, धन और सहायता प्रणालियों को भी निशाना बनाया है।”