Chhattisgarh: 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध- डीजी जी. पी. सिंह

Chhattisgarh:  केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक जी. पी. सिंह ने कहा कि सुरक्षा बल 31 मार्च, 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लिए “अथक और निर्मम” अभियान चला रहे हैं। सिंह ने कहा कि 2014 में शुरू हुआ नक्सल विरोधी अभियान 2019 से और तेज हो गया है, जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल नक्सलवाद को खत्म करने की प्रतिबद्धता के साथ राज्य पुलिस के साथ “कंधे से कंधा मिलाकर” काम कर रहे हैं।

जमीनी स्तर पर अभियानों के प्रभावों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 थी, जो 2025 में अब तक घटकर छह रह गई है, जबकि इस दौरान नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर 18 हो गई है।

उन्होंने कहा, “2014 में हिंसक घटनाओं की संख्या 1,080 थी, जो 2024 में घटकर 374 रह गई है। 2014 में नक्सली हिंसा में मारे गए सुरक्षाकर्मियों की संख्या 88 थी, जो 2024 में घटकर 19 रह गई है। इस अवधि के दौरान मारे गए नक्सलियों की संख्या 2089 तक पहुंच गई है।” उन्होंने कहा कि 2024 में 928 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया, जबकि इस साल अब तक 718 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल महानिदेशक जीपी सिंह ने बताया कि “सुरक्षा बल 31 मार्च, 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा सुनिश्चित करने के लिए लगातार और निर्मम अभियान चला रहे हैं। 2014 में शुरू हुआ नक्सल विरोधी अभियान 2019 से और भी तेज और केंद्रित हो गया है, जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल राज्य पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं और नक्सलवाद को खत्म करने की प्रतिबद्धता जता रहे हैं।

साल 2014 में सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 थी, जो साल 2025 में घटकर अब तक छह रह गई है, जबकि इस अवधि में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर 18 रह गई है।”

“वर्ष 2014 में हिंसक घटनाओं की संख्या 1,080 थी, जो वर्ष 2024 में घटकर 374 रह गई है। वर्ष 2014 में नक्सल हिंसा में मारे गए सुरक्षाकर्मियों की संख्या 88 थी, जो वर्ष 2024 में घटकर 19 रह गई है। वर्ष 2024 में 928 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जबकि इस वर्ष अब तक 718 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।”

“सुरक्षा बल नक्सलियों को उनके ठिकानों से खदेड़ने और खालीपन को भरने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे क्षेत्रों में अब तक 320 नए सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं, साथ ही 68 नाइट लैंडिंग हेलीपैड भी बनाए गए हैं। हम निरंतर और निर्मम अभियानों के माध्यम से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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