Bhopal: मध्य प्रदेश में नकली करेंसी के रैकेट का खुलासा हुआ है। पुलिस ने लाखों रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये रैकेट भोपाल, रतलाम और खंडवा जैसे बड़े शहरों से चल रहा था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। भोपाल के करोंद इलाके में किराए के मकान में रहता है और यहीं से कथित तौर पर नकली नोट छापता था। पिछले एक साल में करीब छह लाख रुपये की नकली करेंसी बाजार में चला चुका है। खंडवा से 19 लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट जब्त किए गए और रतलाम में दो लोगों को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया है, इस मामले के सामने आने के बाद से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने हैं।
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन पूरी तत्परता से काम कर रहा है।
बहरहाल, आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच पता चला है कि आरोपियों ने कथित तौर पर शहर के बाहरी इलाकों में किराना की छोटी दुकानों और पान, गुटखे की दुकानों को निशाना बनाया है।
आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जोन 2 के एएसपी गौतम सोलंकी ने बताया कि “थाना पिपरानी में एक मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी, जिस पर से एक लड़के को राउंडअप किया गया था, जिसका नाम विकास यादव था और उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उससे करीब उस समय 23 नकली नोट उसके पास से बरामद हुए थे और फिर उससे जब अगली इंवेस्टिगेशन के लिए उससे पूछताछ की गई
तो उसने बताया कि मेरे करीब 2.25 लाख उससे फिर रिकवरी की गई थी, जो नकली फिर जाली नोटों की और इसके अलावा कच्चा माल और जो उसमें विभिन्न प्रकार के जो उसमें पेपर और जो अन्य डाई मार्कर वो सारी चीजें स्कैनर वो सारी चीजें बरामद हुई थीं उससे।