Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक परिवार से लगभग 65 लाख रुपये की नकदी और ज्वलेरी की लूट के मामले में पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक पूर्व सुरक्षाकर्मी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया। शहर के खम्हारडीह थानाक्षेत्र के अंदर अनुपम नगर इलाके में दिनदहाड़े हुई लूट के मामले में पुलिस ने रायपुर के रहने वाले BSF के पूर्व सुरक्षाकर्मी ए सोम शेखर, देवलाल वर्मा, कमलेश वर्मा, भिलाई के रहने वाले अजय ठाकुर, राजनांदगांव के रहने वाले राहुल त्रिपाठी, उसकी पत्नी नेहा त्रिपाठी, बलौदाबाजार के रहने वाले पुरूषोत्तम देवांगन, नागपुर के रहने वाले शाहिद पठान, पिंटू सारवान और बिलासपुर के रहने वाले मनुराज मौर्य को गिरफ्तार किया है। सोम शेखर शिकायतकर्ता के परिवार का परिचित है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों से 59 लाख 50 हजार रुपये नकद और सोने के आभूषण को बरामद कर लिया है और दो गाड़ियों को जब्त किया है।
रायपुर के IG अमरेश मिश्रा ने कहा, “गिरफ्तारियां और जो जब्ती हुई है, कुल 10 आरोपी पकड़े गए हैं, 59.5 लाख रुपये रिकवर हो पाए हैं। केवल 50 हजार रुपये इन लोगों ने खर्च किया है और साथ ही साथ अन्य जो जेवरात जो डकैती के मसरूका में थे वो भी जब्त किए हैं। जो रिटायर्ड सूबेदार मेजर हैं, सिक्योरिटी फोर्स के उनका घर पर आना-जाना था, विक्टिम के यहां, विक्टिम की जो सिस्टर हैं उनसे इनके मित्र और संबंध थे और करीब छह महीनों से और उससे ज्यादा से इस पैसे को लूट करने की योजना बनाई जा रही थी। उन्होंने पहले अपने दोस्तों को भेजा घर पर रेकी करने के लिए, जो कि जमीन दिलाने का काम करते थे, उन लोगों ने उसको कॉन्ट्रैक्ट आउट किया तो पूरे प्रकरण में आप देखेंगे, जिन लोगों ने डकैती की है, एक्चुअल घर में घुस के वो थर्ड लेयर ऑफ कॉन्ट्रैक्टिंग के हैं।
उससे पहले दो और लोग उसने उसने कॉन्ट्रैक्टिंग किया और फिर उन्होंने उस गिरोह का कॉन्ट्रैक्टिंग किया। एक उल्लेखनीय बात ये थी कि एक महिला डकैती की टीम में थी और सही मायने में वो नेतृत्वकर्ता भी थी। उनकी अगर रिटरमिनेशन नहीं होती तो शायद ये डकैती नहीं होती। पूरे टीम को इकट्ठा करना, मोटिवेट करना, अपने पति को भी कन्वेंस करना, नागपुर से लोगों को बुलाना, पूरी योजना बनाना तो पूरी डकैती की सरगना महिला जिनका नाम आप सब जानते हैं, नेहा त्रिपाठी। योजना बनाने वाला रिटायर्ड सूबेदार मेजर, ये दो लोग उल्लेखनीय हैं।”