Stock Market: इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। इसकी वजह निवेशकों की प्रॉफिट बुकिंग और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों के फैसले से पहले उनका सतर्क रवैया रहा। लगातार विदेशी फंड के निकलने और कमजोर ग्लोबल संकेतों ने कुल मिलाकर बाजार की भावना पर और दबाव डाला, जिससे निवेशक सतर्क रहे।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 436 अंक गिरकर 84,666 पर जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी लगभग 121 अंक लुढ़ककर 25,839 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, HCL टेक, टाटा स्टील और मारुति सुजुकी सबसे ज्यादा लुढ़के। जबकि इटरनल लिमिटेड, टाइटन, अडाणी पोर्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और बजाज फिनसर्व के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े।
क्षेत्रीय मोर्चे पर आईटी, ऑटो, मेटल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एनर्जी, हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज़ शेयरों ने बाजार को नीचे खींचा। जबकि कैपिटल गुड्स, रियलिटी, टेलीकॉम, पावर और पब्लिक सेक्टर बैंकिंग बढ़त के साथ बंद हुए। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई बढ़त के साथ जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजार मंगलवार को मिले-जुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं वॉल स्ट्रीट सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार शुद्ध विक्रेता बने रहे क्योंकि उन्होंने सोमवार को करीब 655 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।