Share Market: इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र को सपाट नोट पर खत्म किया। निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली की वजह से शुरुआती बढ़त खत्म हो गई। पिछले हफ्ते की तेजी के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में ज्यादा बिकवाली का दबाव देखा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नवीनतम बयान के बाद अमेरिकी टैरिफ पर अनिश्चितता ने बाजार की भावनाओं पर और ज्यादा असर डाला।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 32 अंक बढ़कर 78,017 पर बंद जबकि एनएसई निफ्टी 10 अंक बढ़कर 23,668 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में अल्ट्रा टेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक सबसे ज्यादा चढ़े। जबकि जोमैटो, इंडसइंड बैंक, अडाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा लुढ़के। क्षेत्रीय मोर्चे पर, आईटी शेयरों को छोड़कर बाकी सभी सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। जहां ऑटो, पब्लिक सेक्टर बैंक, कैपिटल गुड्स, मेटल , ऑयल एंड गैस, बिजली और रियल्टी शेयरों में एक प्रतिशत से ज्यादा की सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई और इंडोनेशिया का जकार्ता कम्पोजिट बढ़त के साथ जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग और सियोल का कोस्पी गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं वॉल स्ट्रीट बढ़त के साथ ही बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 3,055 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर खरीदे।