Gold: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक कशमकश का असर सोने की कीमतों पर पड़ रहा है। वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर गई है। सोने की कीमत हर घंटे बदल रही है। इससे गहने बेचने वाले और खरीदार, दोनों अनिश्चितता से जूझ रहे हैं। कीमतों में बेतहाशा उतार-चढ़ाव को देखते हुए कुछ लोगों का मानना है कि सोने की कीमत जल्द एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार कर सकती है। हालांकि कई लोग कीमत में तेज गिरावट की भी संभावना जता रहे हैं।
कीमतों की अनिश्चितता से पूरे बाजार में भ्रम है। कई खरीदार दुकानों में तो जा रहे हैं – लेकिन खाली हाथ लौट रहे हैं। गहना व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से खरीदारों की संख्या में भारी गिरावट आई है। लोगों में भारी अनिश्चितता है कि खरीदें, बेचें या सोने की कीमत स्थिर होने का इंतजार करें। दिन-ब-दिन सोने की कीमतें बढ़ने के साथ कई खरीदार अब कम कैरेट वाले सोने का विकल्प चुन रहे हैं। इसके बावजूद दुकानों में खरीदारों की संख्या लगातार कम हो रही है। साफ है कि आभूषण बाजार में वैश्विक तनाव और कीमतों में उतार-चढ़ाव की वजह से अनिश्चितता बनी हुई है। ये भी तय नहीं है कि सोने में अगली उछाल फायदे का सौदा होगी या कारोबार को एक और झटका लगेगा।
बीएल ज्वैलरी हाउ के मालिक प्रमोद जैन ने कहा, “आपने पहले भी कई दफा टीवी पर सुना होगा, कई लोग प्रेडिक्शन लगा रहे थे कि भई, गोल्ड का प्राइस एक लाख से ऊपर जाएगा। तो लोग उसी हिसाब से परचेजिंग कर रहे थे कि एक लाख रुपये से ऊपर जाएगा। अचानक ये ट्रंप के आने से या और वजह से गोल्ड का रेट प्रेडिक्शन आने लगी कि अब डाउन जाएगा, 55,000 रुपये तक जाएगा। लोग अपने हिसाब से वैसे ही करने लगे कि भई बेचना है या कुछ करना है। फिर दोबारा से एकदम बढ़ना शुरू हो गया। तो हम लोगों ने तो बिल्कुल ही नहीं ये सोचा था कि दोबारा से फिर इतना बढ़ जाएगा गोल्ड का रेट। अगर गोल्ड का रेट थोड़ा कम रहेगा तो परचेजिंग ज्यादा होती है हमेशा। और गोल्ड का रेट जितना ज्यादा बढ़ेगा, कस्टमर की पहुंच से बाहर निकल जाएगी हर चीज।”
जैन ज्वेलर्स के मालिक विनोद जैन ने कहा, “15 दिन से जो ये गड़बड़ होनी शुरू हुई है, उसी से ही कस्टमर 10 परसेंट रह गया था। और पिछले चार दिन के अंदर जो 5,000-6,000 अप-डाउन हो रहा है, उससे तो कस्टमर बिल्कुल जीरो हो गया। सिर्फ अंदर आता है। आके रेट पूछता है। सामान अगर उसका दिल किया तो तुलवाएगा, नहीं तो वैसे ही वापस चला जाएगा। और सिर्फ यही पूछता है कि ये रेट कब कम होगा? और परसों जैसे ही ये खबर आई कि गोल्ड 56,000 रुपये तक वापस आ सकता है, उसके बाद से तो कस्टमर अंदर आना भी बंद हो गया।”
विनीत गुप्ता ने कहा “देखिए, बिजनेस पर तो इम्पैक्ट पड़ता ही है, क्योंकि कस्टमर की जो एक बेसिक अर्निंग है, वो वहीं की वहीं है और प्राइसेज डे बाई डे इन्क्रीज होते जा रहे हैं। तो मान लो लाख रुपया गोल्ड आ रहा है, 10 ग्राम, मेकिंग जीएसटी लगा के एक लाख रुपये का बैठता है। ऑब्वियसली कस्टमर के पॉकेट पर बहुत इम्पैक्ट पड़ रहा है। और कस्टमर भी थोड़ा सा हेजिडेंट हो रहा है। मतलब दे आर गोइंड बिलो कैरेटेज वैल्यू। 20 कैरेट को छोड़के 18 कैरेट, इस तरह का ज्यादा प्रेफरेंस पर जा रहे हैं, ताकि एक के बजाय दो चीजें आ जाएं। तो वो चीज है।”