Delhi: इंडिगो फ्लाइट संकट का असर ईंधन की मांग पर, एटीएफ बिक्री 4.1 प्रतिशत घटी

Delhi: इस महीने की शुरुआत में बड़ी संख्या में इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से दिसंबर के पहले पखवाड़े में विमान ईंधन (एटीएफ) की बिक्री चार प्रतिशत से अधिक घट गई। उद्योग के शुरुआती आंकड़ों से मंगलवार को यह जानकारी मिली।

कोविड महामारी से पैदा हुए व्यवधानों से उबरने के बाद पिछले दो वर्षों से भारत में विमान ईंधन या एटीएफ की मांग लगातार बढ़ रही थी। हालांकि बड़ी संख्या में इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से दिसंबर 2025 में यह सिलसिला टूट गया। इंडिगो पायलट के नये कार्य अवधि नियमों, चालक दल की कमी और सर्दियों में धुंध जैसी समस्याओं से जूझ रही थी। एयरलाइन ने कुल मिलाकर लगभग 5,000 उड़ानें रद्द कीं।

एटीएफ की बिक्री एक से 15 दिसंबर तक 3,31,400 टन रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 3,45,400 टन था। मासिक आधार पर बिक्री में 7.2 प्रतिशत की गिरावट आई। विमान ईंधन के विपरीत समीक्षाधीन अवधि में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी जैसे अन्य प्रमुख ईंधन की बिक्री बढ़ी।

डीजल की बिक्री सालाना आधार पर लगभग पांच प्रतिशत बढ़कर 33 लाख टन हो गई। त्योहारी मांग कम होने से इसमें मासिक आधार पर 5.5 प्रतिशत की कमी हुई। 1 से 15 दिसंबर, 2023 के दौरान 3.16 मिलियन टन डीज़ल की खपत की तुलना में, भारत में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले ईंधन की मांग 4.4 प्रतिशत ज़्यादा थी। दिसंबर 2022 के पहले छमाही में 2.87 मिलियन टन बिक्री की तुलना में यह 15.2 प्रतिशत ज़्यादा थी।

दिसंबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री सालाना आधार पर 7.7 प्रतिशत बढ़कर 13.3 लाख टन रही। मासिक आधार पर इसमें 5.1 प्रतिशत की गिरावट आई। एलपीजी बिक्री 15.5 लाख टन रही, जो सालाना आधार पर 15.1 प्रतिशत अधिक है। मासिक आधार पर बिक्री 4.4 प्रतिशत बढ़ी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *