Bihar Election: प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के नेता बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान किया है। मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि छठ पूजा कांग्रेस और आरजेडी नेताओं के लिए ‘नाटक’ है लेकिन बिहार के लोग इस ‘अपमान’ को वर्षों तक नहीं भूलेंगे और न ही उन्हें माफ करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘छठ पूजा अब दुनिया भर में प्रसिद्ध है और छठ के बाद यह बिहार का मेरा पहला दौरा है। यह पर्व न केवल भक्ति का प्रतीक है बल्कि समानता का भी प्रतीक है। यही कारण है कि मेरी सरकार इस पर्व को यूनेस्को विरासत का दर्जा दिलाने का प्रयास कर रही है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मैं यात्रा के दौरान छठ के गीत सुनता हूं। एक बार नागालैंड की एक लड़की द्वारा गाए गए इन गीतों में से एक को सुनकर मैं भावुक हो गया था। लेकिन जब आपका यह बेटा यह सुनिश्चित करने में व्यस्त है कि छठ को उसका उचित सम्मान मिले तब कांग्रेस-राजद के लोग इस त्योहार का उपहास उड़ा रहे हैं और इसे नाटक, नौटंकी कह रहे हैं।’’
दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को जिले में एक चुनावी रैली की थी और दिल्ली में यमुना के किनारे छठ पूजा के आयोजन का हवाला देते हुए कहा था कि एक तरफ यमुना नदी में गंदा पानी था और बगल में साफ पानी का तालाब बनाया गया था ताकि प्रधानमंत्री उसमें नहाकर ‘ड्रामा’ कर सकें, जबकि उन्हें छठ पूजा से कोई लेना देना नहीं हैं।
उन्होंने कहा था कि इस बारे में जब पूरे हिंदुस्तान को पता चल गया तो प्रधानमंत्री मोदी छठ पूजा के इस आयोजन में नहीं गए। राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मोदी ने कहा, “देखिए, वोट मांगने के लिए ये लोग किस हद तक गिर सकते हैं। यह छठ पर्व का अपमान है, जिसे बिहार सदियों तक नहीं भूलेगा।”