Bihar: एनडीए की आंधी में उड़ा महागठबंधन, मोदी और नीतीश ने की तारीफ

Bihar: बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए ने महागठबंधन को करारी शिकस्त देकर सत्ता बरकरार रखी। इस जीत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील को पुष्ट किया, साथ ही कांग्रेस और सहयोगी आरजेडी को करारा झटका दिया।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की शानदार जीत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके दो मुख्य घटक दलों – बीजेपी और जेडीयू – ने 101-101 सीट पर लगभग 85 प्रतिशत का ‘स्ट्राइक रेट’ हासिल किया। इस गठबंधन ने ‘200 पार’ की जीत हासिल की और तीन-चौथाई बहुमत हासिल किया, जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

प्रधानमंत्री मोदी ने शाम को दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं का गमछा लहराकर अभिवादन स्वीकार करने के बाद उनसे कहा, ‘‘बिहार की जनता ने इस भारी जीत और अपने अटूट आत्मविश्वास के साथ गर्दा उड़ा दिया।’’ बीजेपी ने 2020 की 74 से बढ़कर इस बार 89 सीट जीतीं, जबकि नीतीश कुमार की जेडीयू ने 43 से बढ़कर 85 सीट पर सफलता हासिल की।

बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की सीट संख्या 75 से घटकर 25 हो गई। कांग्रेस ने 61 सीट पर चुनाव लड़ा, जिनमें से उसे केवल छह सीट पर जीत मिली, जो उसे पिछली बार मिली 19 सीट से काफी कम हैं।

एनडीए की प्रचंड जीत की तारीफ करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसने एक नया ‘एमवाई – महिला और युवा’ फॉर्मूला दिया है, जिससे जनता ने ‘जंगलराज के लोगों के सांप्रदायिक एमवाई फॉर्मूले’ को ध्वस्त कर दिया है। आरजेडी के मुस्लिम-यादव समर्थन आधार का साफ तौर से उल्लेख करते हुए, मोदी ने कहा कि बिहार में कुछ दलों ने ‘एमवाई फॉर्मूला’ तैयार किया था, लेकिन आज की जीत ने एक नया ‘सकारात्मक एमवाई – महिला और युवा’ फॉर्मूला दिया है।

सत्ता विरोधी लहर पर काबू पाते हुए, मुख्यमंत्री कुमार ने एनडीए को ‘प्रचंड’ जीत दिलाने के लिए राज्य की जनता का आभार जताया। नीतीश कुमार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘राज्य की जनता ने चुनाव में हमें प्रचंड बहुमत देकर हमारी सरकार में अपना विश्वास व्यक्त किया है। इसके लिए मैं राज्य के सभी सम्मानित मतदाताओं को नमन करता हूं और हृदय से आभार और धन्यवाद व्यक्त करता हूं।’’

उन्होंने राज्य में एनडीए सरकार को निरंतर समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का भी आभार जताया, बिहार चुनाव में ‘एक्स फैक्टर’ कही जा रही प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) बुरी तरह हार गई। जेएसपी के उम्मीदवार तीन सीट को छोड़कर बाकी सभी पर मैदान में थे।

पूर्व राजनीतिक रणनीतिकार द्वारा गठित ये पार्टी, बेरोजगारी, पलायन और उद्योगों की कमी जैसे ज्वलंत मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने और जोरदार प्रचार के बावजूद, अपने पक्ष में वोट जुटाने में नाकाम रही।

पटना में बीजेपी और जेडीयू के कार्यालयों में जश्न का माहौल रहा, जो एक-दूसरे के आमने-सामने स्थित है, कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े बजाए, पटाखे फोड़े और अपने-अपने नेताओं की शान में नारे लगाए।

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