Bihar: बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग से आगामी विधानसभा चुनाव एक या दो चरणों में कराने और ये तय करने की अपील की कि बुर्का पहनकर बूथों पर आने वाली महिलाओं के चेहरों का मिलान मतदाता पहचान पत्रों से किया जाए।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में आए चुनाव आयोग के दल से मिलने गए बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे जायसवाल ने बूथ कैप्चरिंग और मतदाताओं को डराने-धमकाने की आशंका वाले इलाकों में अर्धसैनिक बलों की पर्याप्त तैनाती की भी अपील की।
बैठक के बाद उन्होंने कहा, “हमने चुनाव आयोग से एक या दो चरणों में चुनाव कराने की अपील की है। चुनाव प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से पूरा करने की जरूरत नहीं है। साथ ही मतदाताओं, खासकर बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरों का मिलान संबंधित मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) से तय किया जाना चाहिए ताकि केवल वास्तविक मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने ये भी अपील की है कि अति पिछड़े वर्गों जैसे कमजोर वर्गों की अधिक आबादी वाले गांवों में कुछ दिन पहले अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए और मतदाताओं में विश्वास जगाने के लिए फ्लैग मार्च जैसा अभ्यास किया जाए।” जायसवाल ने कहा कि नदी तटीय क्षेत्रों में, जहाँ बूथ कैप्चरिंग का इतिहास रहा है, घुड़सवार सेना की तैनाती भी तय की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं। इसमें कहा गया है कि मतदान पूरा होने पर, मतदान एजेंटों को पीठासीन अधिकारी से फॉर्म 17सी लेना होगा। कई बार एजेंट ऐसा किए बिना ही अपने निर्धारित बूथ छोड़ देते हैं, जिससे बाद में अनावश्यक विवाद की गुंजाइश बनी रहती है।”
उन्होंने कहा, “तारीखों के संबंध में, हमने चुनाव आयोग को बताया कि नियमों के अनुसार, घोषणा की तारीख से कम से कम 28 दिनों के अंतराल के बाद चुनाव कराए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर अब से कुछ दिनों में चुनावों की घोषणा की जाती है, तो चुनाव 3-4 नवंबर तक कराए जा सकते हैं।” उन्होंने कहा कि चुनाव जल्द से जल्द कराए जाने चाहिए और इसमें और देरी नहीं होनी चाहिए।