Bihar: बिहार के काराकाट में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत के “तरकश में एक तीर मात्र है” और उन्होंने ये स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई “न तो खत्म हुई है और न ही रुकी है” प्रधानमंत्री मोदी ने आतंक की तुलना एक सांप से करते हुए कहा कि “अगर यह फिर से अपना फन उठाएगा, तो इसे इसके बिल से बाहर खींचकर कुचल दिया जाएगा”।
पीएम मोदी राज्य की राजधानी से लगभग 140 किलोमीटर दूर काराकाट में एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने लगभग 50,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
पिछले महीने मधुबनी जिले में अपनी रैली को याद करते हुए उन्होंने कहा, “मैं पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण हमले के एक दिन बाद बिहार आया था, जहां हमारी कई बहनों ने अपने पति खो दिए थे। मैंने वादा किया था कि अपराधियों को ऐसी सजा मिलेगी, जिसके बारे में वे सपने में भी नहीं सोच सकते। आज, मैं वादा पूरा करके बिहार वापस आया हूं।”
मोदी ने यह भी कहा, “भारत की बेटियों द्वारा लगाए गए सिंदूर की शक्ति को पाकिस्तान और पूरी दुनिया ने देखा है। आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में सुरक्षित महसूस करते थे। लेकिन हमने उन्हें घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में बैठे पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड लोगों के ठिकानों को मलबे में बदल दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि “हमने पाकिस्तान के एयरबेस और उनके सैन्य प्रतिष्ठानों को भी नष्ट कर दिया। ये नया भारत है और इसकी शक्ति सभी के सामने है।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुश्मन को यह समझना चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर “हमारे तरकश में सिर्फ एक तीर था। आतंकवाद के खिलाफ युद्ध न तो खत्म हुआ है और न ही रुका है।”
उन्होंने कहा, “अगर आतंकवाद फिर से अपना फन उठाने की कोशिश करता है, तो उसे उसके बिल से बाहर निकाला जाएगा और कुचल दिया जाएगा। प्रधानमंत्री का यह कथन कुछ विपक्षी दलों की आलोचना की पृष्ठभूमि में अहम है कि सरकार ने अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दबाव में “युद्ध विराम” पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला हुआ। हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के बाद एक दिन के बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था। वचन दिया था। बिहार की धरती पर आंख में आंख मिलाकर हमने कह दिया था आतंक के आका के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा, बिहार की धरती पर मैंने कहा था उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा होगी, आज मैं बिहार आया हूं अपने वचन पूरा करने के बाद आया हूं।”