Bihar: बिहार में पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के समर्थकों ने 3 जनवरी को रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन किया। वे बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के हाल में आयोजित परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने पटना में ट्रेनों की आवाजाही रोकने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर दिया।
13 दिसंबर को आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में करीब पांच लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। सैकड़ों परीक्षार्थियों ने बापू परीक्षा परिसर में, प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा का बहिष्कार किया था।
बीपीएससी ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया। आयोग ने कहा कि ये परीक्षा को रद्द करने के लिए मजबूर करने की साजिश थी। बापू परीक्षा परिसर में 10,000 से ज्यादा उम्मीदवारों के लिए नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया गया था।
उम्मीदवारों को चार जनवरी को शहर के 22 नए नामित केंद्रों पर आने को कहा गया है। कुछ उम्मीदवारों ने इस पर नाराजगी जताई है। उनका मानना है कि ये व्यवस्था समान अवसर सुनिश्चित करने के सिद्धांत के खिलाफ है।
सोमवार को 11 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की थी। उन्हें सरकार ने गतिरोध खत्म कराने की जिम्मेदारी दी है। प्रतिनिधिमंडल में प्रशांत किशोर की पार्टी के सहयोगी और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आरके मिश्रा भी शामिल थे।
सरकार का कहना है कि इस मामले में कोई भी फैसला BPSC लेगा, जो एक स्वायत्त निकाय है।