Armed Forces: असम राइफल्स, भारतीय सेना और आम नागरिकों की लगभग 4,000 किलोमीटर की संयुक्त बाइक रैली ‘शौर्य यात्रा’ पटना के दानापुर से उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लिए रवाना हुई। 12 मोटरसाइकिलों पर यात्रा कर रही टीम बिहार के दानापुर से रवाना हुई और अपने अभियान को जारी रखा।
इस संयुक्त बाइक रैली को 12 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के विजयनगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। इसका समापन असम राइफल्स के 190वें स्थापना दिवस के अवसर पर 24 मार्च को गुजरात के कच्छ के रण में होगा। इस ‘शौर्य यात्रा’ का नेतृत्व कर्नल जे एस मेहता कर रहे हैं। इसे पटना जिले के दानापुर छावनी क्षेत्र में स्थित झारखंड-बिहार उप-क्षेत्र और भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंटल सेंटर से हरी झंडी दिखाई गई।
अपनी यात्रा के दौरान बाइकर्स स्कूली बच्चों से बातचीत कर रहे हैं और उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। असम राइफल्स अभियान के प्रमुख कर्नल जितेन मेहता ने कहा, “हम टोटल 12 राइडर्स हैं, 12 राइडर्स में से चार जो हैं असम राइफल्स के हैं, चार सेना के हैं और चार हमारे जो लोकल अरुणाचल के हमारे सिविलियन दोस्त हैं, भाई लोग हैं, वो हमारे साथ हैं। तो इस प्रकार से हम 12 राइडर्स जो हैं लेकर चले हैं एक मिशन को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’।
हमारी जो रैली है उसको बहुत अच्छे तरीके से ये फुलफिल भी करता है। हम कनेक्ट कर रहे हैं ईस्ट से वेस्ट को। साथ में हम लोग जब भी जहां से हम लोग जा रहे हैं, जिस स्टेशन में भी हम लोग रुक रहे हैं, जैसे आज हमारा छठा दिन हैं, हम लोग कल एक गांव में रुके थे स्कूल बच्चों के साथ में और आज हम लोग वाराणसी पहुंचेंगे।”