Delhi Pollution: दिल्ली में सोमवार को भी स्मॉग की चादर छाई रही, जिससे वायु गुणवत्ता ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। लोगों के मुताबिक बढ़ते प्रदूषण से उनके रोजमर्रा के कामकाम पर बुरा असर पड़ रहा है, साथ ही उन्हें अपनी सेहत को लेकर भी चिंता सताने लगी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ज्यादा प्रदूषण से खास तौर पर बच्चों, बुजुर्गों और मधुमेह से पीड़ित लोगों में फेफड़ों और छाती की बीमारियों बढ़ जाती हैं। डॉक्टरों के कहा कि सांस से संबंधी मरीजों की की संख्या में बढो़तरी हुई है और कई मरीजों को अस्पतालों में भर्ती भी करना पड़ रहा है।
बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए पिछले सप्ताह से राजधानी में कुछ नियमों को पूरा ना करने वाले वाहनों के दिल्ली में आने पर रोक लगा दी गई है। उन वाहनों को ईंधन भी नहीं दिया जा रहा है, जिनके पास वैध पीयूसी नहीं है। ये दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-4 के तहत लागू किए जा रहे विभिन्न प्रदूषण-विरोधी उपायों का हिस्सा हैं।