Indian Railway: रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा और समय पर जानकारी उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने आरक्षण चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है, नए निर्णय के तहत अब ट्रेनों का पहला आरक्षण चार्ट प्रस्थान समय से करीब 12 घंटे पहले तैयार किया जाएगा, जबकि वर्तमान में ये लगभग चार घंटे पहले बनाया जाता है।
फिलहाल इस नई व्यवस्था को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है। 12 दिसंबर को इसे देश की दो ट्रेनों में शुरू किया गया। पश्चिम मध्य रेलवे जोन में इसकी शुरुआत भोपाल रेल मंडल से की गई है। सबसे पहले शान-ए-भोपाल सुपरफास्ट एक्सप्रेस का पहला आरक्षण चार्ट तैयार किया गया। यात्रियों को कहना है कि नई व्यवस्था से अंतिम समय की अनिश्चितता समाप्त हो जाएगी, ट्रेन छूटने का डर भी कम होगा और अगर उनके ट्रेन टिकट की पुष्टि नहीं हुई है तो उन्हें दूसरे विकल्प तलाशने का भी समय मिल जाएगा।
कुछ यात्रियों का ये भी कहना है कि रेलवे के इस कदम से स्टेशनों पर प्रतीक्षा समय भी कम हो जाएगा, अधिकारी बताते हैं कि पायलट प्रोजेक्ट की सफलता का आकलन करने के लिए यात्रियों से प्रतिक्रिया ली जा रही है। इसके आधार पर ही नई व्यवस्था को बाकी ट्रेनों में लागू किया जा सकता है।
पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि “भारत सरकार रेल मंत्रालय द्वारा देश भर की दो ट्रेन जिसमें पश्चिम मध्य रेलवे की रानी कमलापति से हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली शाह-ए-भोपाल एक्सप्रेस शामिल है। कोई 12 घंटे पहले चार्ट प्रिपरेशन का पायलट प्रोजेक्ट चालू हुआ है। इस प्रोजेक्ट के विभिन्न लाभ हैं। इस प्रोजेक्ट में हम यात्रियों के रिस्पांस एवं उन्हें कितना फायदा हो रहा है इसको चेक कर रहे हैं। इसके माध्यम से अगर यहां पायलट प्रोजेक्ट सक्सेसफुल होता है, तो भविष्य में अन्य ट्रेनों में भी ये 12 घंटे पहले चार्ट प्रिपरेशन चालू हो जाएगा।”
रेलवे का ये पायलट प्रोजेक्ट अगर सफल साबित हुआ तो, अधिकारी इस नई व्यवस्था को जबलपुर और कोटा डिवीजनों में भी लागू कर सकते हैं।