Uttarakhand: हरिद्वार में आयोजित सात दिवसीय “उत्तराखंड सहकारिता मेला 2025” का सफलतापूर्वक समापन हो गया। 2 से 8 दिसंबर तक चले इस आयोजन ने जिले की सहकारी संस्थाओं को बाज़ार से जोड़ने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मेले का मुख्य उद्देश्य सहकारी संस्थाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना था। मेले में लगाए गए विभिन्न स्टॉलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचने का अवसर मिला। आयोजकों के अनुसार, कई संस्थाओं ने उत्कृष्ट बिक्री दर्ज की और लोगों ने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को सराहा।
मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को सहकारिता के सिद्धांतों से अवगत कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन युवाओं में सहकारिता के प्रति रुचि बढ़ाते हैं और भविष्य में आंदोलन को मज़बूती प्रदान करते हैं।
सहकारिता मेले की सफलता में जनप्रतिनिधियों, सहकारी समितियों, विभागीय कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों का उल्लेखनीय सहयोग रहा। ज़िला सहकारी बैंक प्रबंधक सौ सिंह ने बताया कि दोनों विभागों के कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत कर मेले को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों का विशेष आभार व्यक्त किया।
मेले के दौरान प्राप्त सुझावों और विचारों को जल्द ही सभी संबंधित पदाधिकारियों एवं सदस्यों तक पहुँचाया जाएगा, ताकि जिले में सहकारिता आंदोलन को और अधिक मज़बूती मिल सके।