India-Russia: भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय बैठक, भारत-रूस मित्रता ध्रुवतारे की तरह- PM

India-Russia: रूसी राष्ट्रपति आज राष्ट्रपति भवन पहुंचे और उनका औपचारिक स्वागत किया गया, जहां पुतिन राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपति महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद दोनों नेताओं की हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक हुई, 23वें भारत रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद दोनों देशों के नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज भारत-रूस के 23वें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब  हमारे द्विपक्षीय संबंध कई अहम पड़ावों से गुजर रहे हैं। 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति पुतिन ने हमारी सामरिक भागीदारी की नींव रखी थी। उन्होंने इन संबंधों से निरंतर सींचा है। उनके नेतृत्व ने हर परिस्थिति में आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन का आभार प्रकट करता हूं।’

‘भारत-रूस की मित्रता ध्रुव तारे की तरह बनी रही। हम समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं। आज हमने इस नींव को और मजबूत करने के लिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की है। आज हमने 2030 तक के लिए एक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम पर सहमति बनाई है। इससे हमारा व्यापार और निवेश संतुलित और टिकाऊ बढ़ेगा तथा सहयोग के क्षेत्र में नए आयाम जुड़ेंगे। भारत-रूस व्यापारिक फोरम में भी हमें शामिल होने का अवसर मिलेगा। यह हमारे कारोबारी रिश्तों को नई ताकत देगा। इससे निर्यात, सह-निर्माण और सह-नवाचार के नए दरवाजे भी खुलेंगे।’

रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का मुफ्त वीजा-

पीएम मोदी ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच स्नेह और आत्म-सम्मान का भाव रहा है। हाल ही में रूस में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम और आपस में नजदीकियां बढ़ेंगी। शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए नि:शुल्क 30 दिन का टूरिस्ट वीजा और 30 दिन के ग्रुप टूरिस्ट वीजा की शुरुआत करने जा रहे हैं। हम मिलकर वोकेशनल एजुकेशन, स्किलिंग और ट्रेनिंग पर भी काम करेंगे। दोनों देशों के स्कॉलर्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान बढ़ेगा।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘यू्क्रेन के संबंध में भारत ने हमेशा से शांति का पक्ष रखा है। हम इस मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत अपना योगदान देने के लिए हमेशा तैयार रहा है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस ने हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। भारत का अटल विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरूद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।’

इसके बाद संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन की लगातार और बिना रुकावट आपूर्ति जारी रखने के लिए तैयार है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, मेरे प्यारे दोस्त पीएम मोदी और भारत के लोगों को रूसी प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए धन्यवाद देता हूं। पुतिन ने आगे कहा- हम एसईओ बैठक के दौरान मिले थे, और हम व्यक्तिगत तौर पर रूस-भारत डायलॉग की देखरेख कर रहे हैं।

भारत को ईंधन की आपूर्ति करता रहेगा रूस
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आपका शुक्रिया। बातचीत सकारात्मक और मैत्रीपूर्ण माहौल में हुई। मेरे और प्रधानमंत्री मोदी के बीच नियमित तौर पर फोन पर बातचीत होती रहती है। हम भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति के लिए सभी तरह के ईंधन की निर्बाध आपूर्ति जारी रखने के लिए तैयार हैं। रूस भारत के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र के निर्माण में भी मदद कर रहा है। दोनों देश भुगतान के निराकरण के लिए धीरे-धीरे अपनी-अपनी राष्ट्रीय मुद्रा के इस्तेमाल की ओर भी बढ़ रहे हैं। हम सालाना द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने की आशा रखते हैं।

ऊर्जा क्षेत्र में हमारी साझेदारी बहुत सफल है- पुतिन
पुतिन ने कहा- प्रधानमंत्री ने हमें उन चुनौतियों की एक सूची दी है जिन पर दोनों सरकारों को ध्यान देना चाहिए और हम उन पर काम करेंगे, जिससे भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के बीच एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट बनने से मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देश धीरे-धीरे अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार की ओर बढ़ रहे हैं, और अभी 96% लेनदेन इसी तरह हो रहा है। ऊर्जा क्षेत्र में हमारी साझेदारी बहुत सफल है। तेल, गैस, कोयला और भारत की ऊर्जा जरूरतों से जुड़ी हर चीज की सप्लाई स्थिर है

भारत को हथियार देते रहेंगे-
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि पिछले करीब 50 साल से रूस भारतीय सेना को हथियार देने और उसे आधुनिक बनाने में मदद करता आ रहा है। चाहे वह रक्षा बल हो, विमानन हो या नौसेना। कुल मिलाकर, जिन बातचीत को हमने अभी पूरा किया है, उनके नतीजों से हम पूरी तरह संतुष्ट हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि यह दौरा और यहां हुए समझौते भारत-रूस की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे, इससे दोनों देशों जनता को फायदा मिलेगा।

पुतिन ने कहा, हम भारत के साथ मिलकर नए अंतरराष्ट्रीय ट्रांसपोर्ट रूट बना रहे हैं। इसमें एक बड़ा प्रोजेक्ट नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर भी शामिल है।इसका मतलब है कि रूस या बेलारूस से सामान सीधे हिंद महासागर के रास्ते तक पहुंच सकेगा। इससे व्यापार तेज, सस्ता और आसान होगा।

पुतिन ने कहा, ‘हमारा देश पिछली आधी सदी से भारतीय सेना को हथियार देने और आधुनिक बनाने में मदद कर रहा है, जिसमें एयर डिफेंस फोर्स, एविएशन और नेवी शामिल हैं। हम अभी हुई बातचीत के नतीजों से बेशक खुश हैं… मैं भरोसा जता सकता हूं कि मौजूदा दौरा और हुए समझौते हमारे देशों और लोगों, भारत और रूस के लोगों के फायदे के लिए रूसी-भारत की रणनीतिक साझेदारीको और गहरा करने में मदद करेंगे।’

 

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