Uttarakhand: बाबा केदारनाथ और मद्दमहेश्वर के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विधिवत शीतकालीन यात्रा की शुरुआत हो गई है। आज ओंकारेश्वर मंदिर में जिला प्रशासन और बदरी केदार मंदिर समिति द्वारा शीतकालीन यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया, केदारनाथ और मद्दमहेश्वर की विशेष पूजा अर्चना की गई।
इससे पूर्व गढ़वाल मंडल विकास निगम परिसर से ओंकारेश्वर मंदिर तक भव्य जल कलश यात्रा निकाली गई। केदारनाथ की विधायक आशा नौटियाल ने कहा पिछले वर्ष 8 दिसम्बर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने यहाँ से शीतकालीन यात्रा की शुरूआत की थी उसी तरह इस वर्ष भी आज शीतकालीन यात्रा की शुरुआत कर दी है जिसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे। वही मंदिर समिति के उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण ने भी देशभर के श्रद्धालुओं का शीतकालीन यात्रा पर आने का आवाह्न किया है।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी अपनी मन की बात कार्यक्रम में शीतकालीन यात्रा का जिक्र करते हुए इसको बढावा दिया है। जबकि राज्य सरकार भी शीतकालीन यात्रा को बढावा देने के हर सम्भव प्रयास कर रही है। धार्मिक परम्पराओं और मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण के पौत्र अनिरूद्ध और बाणासुर की पुत्री ऊषा के विवाह स्थल और महाराजा मांधाता की तपस्थली ओंकारेश्वर मंदिर में भक्तों वहीं पुण्य का लाभ मिलता है जो हिमालय में बाबा केदारनाथ और मद्दमहेश्वर धाम में मिलता है।
बीते वर्ष से राज्य सरकार शीतकालीन यात्रा को लेकर बेहद गम्भीर है, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तराखंड में निरंतर शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दिया जा रहा। शीतकालीन यात्रा से न केवल पहाड़ के अनेकों देवालयों और पर्यटक स्थलों तक पहुँच आसान होगी बल्कि पहाड़ के उत्पादों की भी व्यापक स्तर पर बिक्री होगी जिससे स्थानीय लोगों का रोजगार बढेगा।