Haridwar: हरिद्वार में स्ट्रीट फूड को सुरक्षित और हाइजीनिक बनाने के लिए एक बड़ी पहल शुरू की गई है, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) और उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग प्रशासन ने मिलकर स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक विशेष जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस पहल को हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी स्वागत योग्य बताया है।
आगामी कुंभ मेले की तैयारियों और आम लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार में स्ट्रीट फूड वेंडर्स यानी रेहड़ी-पटरी वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इस कार्यक्रम में करीब 500 वेंडर्स ने हिस्सा लिया। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सड़क किनारे मिलने वाला भोजन साफ-सुथरा और सुरक्षित हो।
उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त गणेश चंद कांडपाल का कहना है की”इस प्रशिक्षण में न केवल वेंडरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, उनको प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे और उनको एक हाइजीन किट भी प्रोवाइड की जा रही है जिसमें सभी के इस्तेमाल के लिए किट भी मुहय्या कराई जा रही है।
महत्वपूर्ण कार्यक्रम को हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी सराहा। उन्होंने कहा कि लाखों तीर्थयात्रियों की सेहत को देखते हुए साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। “यह बहुत ज़रूरी है कि साफ-सफाई हो, स्वच्छता हो, और जो खाने की गुणवत्ता है, उसको भी हम बनाए रखें। क्योंकि हजारों लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ आते हैं, पर्यटक यहाँ आते हैं। यह एक स्वागत योग्य कदम है।”
वेंडर्स को हाइजीन किट के साथ-साथ सर्टिफिकेट भी दिए जा रहे हैं। उत्तराखंड की तीन लोकसभा सीटों पर यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत हरिद्वार से हुई है। आगामी कुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित भोजन मिले, यह इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य है।