Haridwar: मुख्यमंत्री धामी ने 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ की उच्चस्तरीय बैठक

Haridwar: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित होने वाले 2027 कुंभ मेले की त्यारियां उत्तराखंड सरकार ने शुरू कर दी है आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ कुंभ मेले के आयोजन को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें आगामी कुंभ को ‘दिव्य और भव्य’ रूप देने की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। इस बैठक में कुल 10 शाही स्नानों के आयोजन की रूपरेखा पर सहमति बनी और तीन महत्वपूर्ण अमृत स्नानों की तिथियों पर औपचारिक मुहर लगा दी गई है।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि 2027 महाकुंभ में तीन मुख्य अमृत स्नान होंगे।

पहला अमृत स्नान: 6 मार्च 2027 (महाशिवरात्रि)

दूसरा अमृत स्नान: 8 अप्रैल 2027 (फाल्गुन अमावस्या)तीसरा (अंतिम)

अमृत स्नान: 14 अप्रैल 2027 (बैसाखी)

मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि 2027 का कुंभ केवल एक धार्मिक आस्था का पर्व नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की प्रतिष्ठा, पहचान और आध्यात्मिक समृद्धि का एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से इस आयोजन को केंद्र और राज्य सरकार, संत समाज के संयुक्त प्रयासों से एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भव्य स्वरूप दिया जाएगा, जिसे दुनिया वर्षों तक याद रखेगी।

“महाकुंभ केवल आस्था का पर्व नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की प्रतिष्ठा का पर्व है, यह उत्तराखंड की पहचान का पर्व है। इसकी सफलता से देश और दुनिया में यह संदेश जाएगा कि उत्तराखंड आध्यात्मिक रूप से कितना समृद्ध है।”सीएम धामी ने बताया कि बैठक में सभी अखाड़ों ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।

अखाड़ों के प्रतिनिधियों से व्यवस्थाओं, सुरक्षा, परिवहन, आवागमन, विद्युत, स्वास्थ्य और प्रयाग क्षेत्रों के विस्तार जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सुझाव लिए गए हैं।सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं को किसी भी स्तर पर कोई असुविधा न हो। इसके लिए राज्य सरकार पहले से ही व्यापक और विश्वस्तरीय तैयारी कर रही है ताकि यह महाकुंभ उत्तराखंड की क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन बन सके।

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